संकट के समय लोगों के कल्याण और एकता के लिए पत्रकार अधिक जिम्मेदारी से काम करें: डा. मनमोहन वैद्य

डॉ. मनमोहन वैद्य नेइस बात पर चिंता व्यक्त की कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में एक वर्ग द्वारा भारत की जो छवि पेश करने का प्रयास किया जा रहा है, वह जमीनी हकीकत से कोसों दूर है। वैद्य ने कहा कि ऐसा कुछ भारतीय पत्रकारों द्वरा भी किया गया।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह-सरकार्यवाहक डॉ. मनमोहन वैद्य ने शनिवार को कहा कि संकट के समय पत्रकारों को अधिक जिम्मेदारी से लोगों के कल्याण और समाज की एकता के लिये काम करना चाहिए।
इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (आईवीएसके) की ओर से देव ऋषि नारद की जयंती पर आयोजित वेबीनार संबोधन में वैद्य ने कहा कि पत्रकारों को रिपोर्टिंग करते समय हमेशा लोगों और समाज क कल्याण को ध्यान में रखना चाहिए और देश में काफी पत्रकार ऐसा करते भी हैं।

उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में एक वर्ग द्वारा भारत की जो छवि पेश करने का प्रयास किया जा रहा है, वह जमीनी हकीकत से कोसों दूर है। वैद्य ने कहा कि ऐसा कुछ भारतीय पत्रकारों द्वरा भी किया गया।
रिपोर्टिंग करते समय पत्रकारों को देशहित को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब देश कोविड-19 महामारी का सामना कर रहा है, तब पत्रकारों को अधिक जिम्मेदारी से लोगों के कल्याण और समाज की एकता के लिये काम करना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि पत्रकार के अंदर यह भावना रहनी चाहिए कि जिस समाज से जुड़े विषयों को वह उठा रहा है, वह उसका अपना है। उसका काम समाज को केवल समाचार देना नहीं बल्कि सावधान करना और अच्छे काम के लिए प्रोत्साहित करना भी है।

वैद्य ने कहा कि संघ के तीन लाख से ज्यादा स्वयंसेवक अलग अलग माध्यमों एवं तरीके से कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भारतीय परम्परा में समाज संसाधन नहीं, बल्कि हमेशा मनुष्य को समाज का अंग माना जाता है। वैद्य ने कहा कि हमें समाचार बनाते समय ध्यान रखना चाहिए कि देश के गौरव, सम्मान, एकता और अखंडता को कोई नुकसान ना पहुंचे।

First Published on: May 9, 2020 6:01 PM
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