पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशानुसार और सदन के सदस्यों के सहयोग से बजट सत्र में कामकाज 114 प्रतिशत हुआ।
गौरतलब है कि लोकसभा अध्यक्ष बिरला कोरोना वायरस संक्रमित होने के कारण पिछले कुछ दिन से सदन की कार्यवाही संचालित नहीं कर रहे।
महताब ने बताया कि इस सत्र में 17 सरकारी विधेयक पेश किये गये और इनमें कुछ विधेयक पारित किये गये। जिनमें वित्त विधेयक, 2021, खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक, 2021, संविधान (अनुसूचित जातियां) आदेश संशोधन विधेयक, 2021, बीमा (संशोधन) विधेयक, 2021, दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक, 2021 और नौचालन के लिए सामुद्रिक सहायता विधेयक, 2021 प्रमुख हैं।
सदन ने विभिन्न मंत्रालयों की इस वर्ष के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों और आगामी वित्त वर्ष के लिए अनुदान की मांगों को भी मंजूरी दी।
उन्होंने बताया कि सदस्यों ने 500 से अधिक लोक महत्व के विषय उठाये और नियम 377 के तहत 392 विषय उठाये। सदन में महिला सशक्तिकरण पर अल्पकालिक चर्चा भी हुई।
मौजूदा सत्र में सरकार के मंत्रियों ने स्वत: संज्ञान लेते हुए विभिन्न विषयों पर चार बयान दिये और 3,591 दस्तावेज पेश किये गये।
गैर-सरकारी कामकाज के तहत बसपा सांसद रितेश पांडेय द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पेश निजी संकल्प पर इस सत्र में आगे की चर्चा हुई जो अधूरी रही।
इसके बाद वंदे मातरम की धुन बजाई गयी और सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे।
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र में लोकसभा की कार्यवाही बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी। इस सत्र में 114 प्रतिशत कामकाज हुआ।