मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर और प्रियंका चोपड़ा ने केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को अपना समर्थन दिया है। किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान करते हुए चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाली सड़कों को अवरुद्ध कर देंगे।
दिलजीत दोसांझ, हरभजन मान, जसबीर जस्सी, रीतेश देशमुख, फिल्म निर्देशक हंसल मेहता और कई अन्य हस्तियां पहले ही किसानों को अपना समर्थन देने का ऐलान कर चुकी हैं ।
प्रदर्शन स्थल से दोसांझ के एकता के संदेश वाले ट्वीट के जवाब में चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा कि किसानों की चिंताओं को जल्दी दूर किया जाना चाहिए । उन्होंने ट्वीट किया, “हमारे किसान भारत के खाद्य सैनिक हैं। उनके डर को दूर करने की जरूरत है। उनकी उम्मीदों को पूरा करने की जरूरत है। एक मजबूत लोकतंत्र के रूप में हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस संकट को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाए।”
Our farmers are India’s Food Soldiers. Their fears need to be allayed. Their hopes need to be met. As a thriving democracy, we must ensure that this crises is resolved sooner than later. https://t.co/PDOD0AIeFv
— PRIYANKA (@priyankachopra) December 6, 2020
ट्विटर पर अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ बहस के बाद दिलजीत दोसांझ ने आंदोलनकारी किसानों के लिए एक करोड़ रुपये का दान दिया। दोसांझ ने बाद में ट्वीट कर किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया।
ANN DAATA 🙏🏾
Ena Rab Roop Bandeya Nu Terrorists Kehna BAND KARO ✊🏽
BHARAT HAI WANG MUNDRI
VICH NAG PUNJAB DA 🙏🏾Asi Sarey Ardaas Karde Haan Ke Jaldi Ton Jaldi Maslaa Hal Hove 🙏🏾#FarmerProtest #8_दिसंबर_भारत_बन्द pic.twitter.com/HKeuR6Wgww
— DILJIT DOSANJH (@diljitdosanjh) December 7, 2020
अभिनेता सोनम कपूर ने किसानों को “मानव सभ्यता का संस्थापक” कहा । उन्होंने ट्वीट किया,”पहले जुताई शुरू हुई, उसके बाद अन्य कलाएं विकसित हुईं। इसलिए किसान सभ्यता के संस्थापक हैं।”
“When tillage begins, other arts follow. The farmers, therefore, are the founders of human civilization.” Daniel Webster 🇮🇳 https://t.co/26mfnHGZki
— Sonam K Ahuja (@sonamakapoor) December 6, 2020
अभिनेता प्रीति जिंटा ने किसानों को धरती का सैनिक कहकर आंदोलन कर रहे उनका समर्थन किया।
जिंटा ने ट्वीट किया, “इस ठंड और महामारी में आंदोलन कर रह किसानों और उनके परिवारों को देखकर मेरा दिल उनके साथ है। वे मिट्टी के सैनिक हैं जो हमारे देश को चलाते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत से जल्द ही सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और सभी का समाधान होगा।”
My heart goes out 2the farmers & their families protesting in the cold in this pandemic.They are the soldiers of the soil that keep our country going.I sincerely hope the talks between the farmers & govt yield positive results soon & all is resolved. #Farmerprotests #Rabrakha 🙏 pic.twitter.com/b7eW8p8N3P
— Preity G Zinta (@realpreityzinta) December 6, 2020
अभिनेता रितेश देशमुख ने शनिवार को ट्वीट किया था,“यदि आज आप खा रहे हैं तो किसानों को धन्यवाद कीजिए। मैं इस देश के हर किसान के साथ खड़ा हूं। जय किसान।’’
If you eat today, thank a farmer.
I stand in solidarity with every farmer in our country. #JaiKisaan
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) December 5, 2020
अभिनेता चित्रांगदा सिंह ने कहा कि किसानों को सुरक्षित महसूस कराना महत्वपूर्ण है। अभिनेत्री ऋचा चड्ढा, तापसी पन्नू, स्वरा भास्कर और मोहम्मद जीशान अयूब इस मुद्दे पर लगातार ट्वीट करते रहे हैं ।
लेकिन बॉलीवुड के कुछ बड़े सितारे इस मुद्दे पर अब तक चुप हैं जिसके चलते उनकी आलोचना हुई है ।
पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल ने किसानों के लिए नहीं बोलने पर बॉलीवुड की आलोचना की है। उन्होंने लिखा, “प्रिय बॉलीवुड, आप अपनी हर दूसरी फिल्म की शूटिंग पंजाब में करने आते हैं और हर बार पंजाब ने आपका खुले दिल से स्वागत किया है। लेकिन आज जब पंजाब को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत है तो आपने एक शब्द नहीं बोला। निराश हूं।”
Retweet 🙏#8_दिसंबर_भारत_बन्द#TakeBackFarmLaws#FarmersAreLifeline pic.twitter.com/Pbq7hBxUa9
— Gippy Grewal (@GippyGrewal) December 5, 2020
मशहूर पंजाबी कवि सुरजीत पातर लौटाएंगे पद्मश्री पुरस्कार
इस बीच मशहूर पंजाबी कवि सुरजीत पातर ने सोमवार को घोषणा की कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में वह पद्म श्री पुरस्कार लौटा देंगे।
पातर ने बयान जारी कर कहा कि किसानों की मांग के प्रति केंद्र सरकार के ‘‘असंवेदनशील’’ रवैये से वह दुखी हैं, जो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। पचहत्तर वर्षीय कवि ने कहा कि भारी मन से उन्होंने पद्म श्री पुरस्कार लौटाने का निर्णय किया है। पातर को 2012 में पद्म श्री मिला था।
इससे पहले अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में पद्म विभूषण लौटाने की घोषणा की थी। शिअद (लोकतांत्रिक) के नेता सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी कहा था कि किसानों के साथ एकजुटता में वह पद्म भूषण पुरस्कार लौटाएंगे।
पंजाब के कई खेल हस्तियों ने भी किसान आंदोलन के समर्थन में अपने पुरस्कार लौटाने की घोषणा की थी।
कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब, हरियाणा और अन्य क्षेत्रों के हजारों किसान दिल्ली की सीमा के पास धरना दे रहे हैं। उनका मानना है कि नए कृषि कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था को खत्म कर दिया जाएगा, जिससे वे कॉरपोरेट घरानों की ‘‘दया’’ पर रह जाएंगे।