मिलिंद देवड़ा ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा, जयराम रमेश ने उठाए सवाल


मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने से पहले पार्टी महासचिव जयराम रमेश के संपर्क में थे। सूत्रों के मुताबिक, मिलिंद ने रमेश से कहा था कि दक्षिण मुंबई कांग्रेस की परंपरागत सीट है। वर्ष 2014 और 19 में मोदी लहर में शिवसेना के अरविंद सावंत जीत गए, लेकिन अब शिवसेना की उद्धव ठाकरे गुट के साथ पीएम मोदी नहीं हैं, इसलिए वो सीट कांग्रेस को लेनी चाहिए।


नागरिक न्यूज नागरिक न्यूज
देश Updated On :

नई दिल्ली। राहुल गांधी की रविवार से शुरू हो रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के बड़े नेता मिलिंद देवड़ा ने पार्टी से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, देवड़ा आज ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने वाले हैं। इस बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने देवड़ा के इस फैसले की टाइमिंग को लेकर लेकर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि इस घोषणा का समय स्पष्ट रूप से पीएम मोदी द्वारा निर्धारित किया गया है।

जयराम रमेश ने मिलिंद देवड़ा पर तंज कसते हुए उनके पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवड़ा को याद किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘मैं मुरली देवड़ा के साथ अपने लंबे वर्षों के जुड़ाव को बड़े चाव से याद करता हूं। सभी राजनीतिक दलों में उनके करीबी दोस्त थे, लेकिन वह एक कट्टर कांग्रेसी थे, जो हर मुश्किल परिस्थिति में हमेशा कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े रहे। तथास्तु!’

इस बीच पता चला है कि मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने से पहले पार्टी महासचिव जयराम रमेश के संपर्क में थे। सूत्रों के मुताबिक, मिलिंद ने रमेश से कहा था कि दक्षिण मुंबई कांग्रेस की परंपरागत सीट है। वर्ष 2014 और 19 में मोदी लहर में शिवसेना के अरविंद सावंत जीत गए, लेकिन अब शिवसेना की उद्धव ठाकरे गुट के साथ पीएम मोदी नहीं हैं, इसलिए वो सीट कांग्रेस को लेनी चाहिए।

सूत्रों ने बताया कि मिलिंद ने शुक्रवार को जयराम से संपर्क करके कहा था कि वह राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होंगे और अपना पक्ष भी रखेंगे। उससे पहले आप मेरी बात राहुल तक पहुंचा दीजिए। ऐसे में रविवार को अचानक न्याय यात्रा से पहले मिलिंद का पार्टी छोड़ना कांग्रेस को चौंका रहा है।

हालांकि सूत्रों के मुताबिक, पार्टी छोड़ने का ट्वीट करते ही मिलिंद ने उसे अपने और राहुल के बीच पुल का काम कर रहे जयराम को भी भेजा। साथ ही जयराम को व्यक्तिगत संदेश भी भेजा कि ‘मैं पार्टी को लेकर शायद आपकी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर सका। भविष्य में भी हम संपर्क में बने रहेंगे।’