कोरोना संक्रमण से एक महीने तक जूझने के बाद मिल्खा सिंह काा चंडीगढ के पीजीआईएमईआर में कल रात निधन हो गया । इससे एक सप्ताह पहले उनकी पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर का भी निधन हो गया था ।
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया ,‘‘खेलों के महानायक मिल्खा सिंह के निधन से दुखी हूं । उनके संघर्ष और जुझारूपन की कहानी भारतीयों की आने वाले पीढियों को प्रेरित करती रहेगी । उनके परिवार और असंख्य प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनायें ।’’
The passing of sporting icon Milkha Singh fills my heart with grief. The story of his struggles and strength of character will continue to inspire generations of Indians. My deepest condolences to his family members, and countless admirers.
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 18, 2021
In the passing away of Shri Milkha Singh Ji, we have lost a colossal sportsperson, who captured the nation’s imagination and had a special place in the hearts of countless Indians. His inspiring personality endeared himself to millions. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/h99RNbXI28
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2021
भारतीय खेल जगत ने भी इस प्रेरणादायी खिलाड़ी को श्रृद्धांजलि दी । ट्रैक को अलविदा कहने के बाद भी भारतीय खेलों पर उनकी नजर हमेशा बनी रही ।
तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके भालाफेंक खिलाडी नीरज चोपड़ा ने ट्वीट किया ,‘‘ हमने एक नगीना खो दिया । वह हर भारतीय के लिये प्रेरणा बने रहेंगे । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे ।’’
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भारतीय खेलों के सबसे चमकते सितारों में से एक चला गया ।
उन्होंने कहा ,‘‘ महान फर्राटा धावक फ्लाइंग सिख श्री मिल्खा सिंह जी के निधन से भारत में शोक है ।उन्होंने विश्व एथलेटिक्स पर अमिट छाप छोड़ी । भारत उन्हें खेलों के सबसे चमकते सितार में से एक के रूप् में सदैव याद रखेगा । उनके परिवार को प्रशंसको को मेरी संवेदनायें ।’’
India mourns the sad demise of legendary sprinter Shri Milkha Singh Ji, The Flying Sikh. He has left an indelible mark on world athletics. Nation will always remember him as one of the brightest stars of Indian sports. My deepest condolences to his family and countless followers. pic.twitter.com/HsHMXYHypx
— Amit Shah (@AmitShah) June 18, 2021
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने ट्वीट किया ,‘‘ सभी भारतीयों के लिये बहुत दुखद समाचार ।’’
एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने मिल्खा को ऐसा धुरंधर बताया जिन्होंने युवा देश में एथलेटिक्स को नयी बुलंदियों तक पहुंचाया ।
ओलंपियन अंजु बॉबी जॉर्ज ने लिखा ,‘‘ वह युवा भारतीयों को कई पीढियों तक प्रेरित करते रहेंगे । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे । भारतीय एथलेटिक्स को बड़ा नुकसान ।’’
भारतीय फर्राटा धावक मोहम्मद अनस याहिया ने लिखा ,‘‘ मिल्खा सर के निधन से स्तब्ध हूं । मेरे दिल में हमेशा आपकी खास जगह रहेगी । फ्लाइंग सिख हमेशा जीवित रहेंगे ।’’
भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने लिखा ,‘‘ बहुत ही दुखद समाचार कि फ्लाइंग सिख सरदार मिल्खा सिंह जी नहीं रहे । वाहेगुरू । आरआईपी मिल्खा सिंह जी ।’’
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने ट्वीट किया ,‘‘ सरदार मिल्खा सिंह जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं । आपसे कईबार मिलने का सौभाग्य मिला और आपने हमेशा आशीर्वाद दिया । बेहद विनम्र और गर्मजोशी से मिलने वाले इंसान । आपकी कमी खलेगी ।’’
Had the honour of meeting you and you blessed me so many times .. the kindest and warmest 🤲🏽 RIP Milkha Singh sir .. the world will miss a legend like you .. #MilkhaSingh
— Sania Mirza (@MirzaSania) June 18, 2021
भारतीय फुटबॉल टीम के आधिकारिक हैंडिल पर भी उन्हें श्रृद्धांजलि दी गई। इस पर लिखा था ,‘‘ पूरे देश के साथ हम भी महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह के निधन पर गमगीन हें । उनकी अतुल्य उपलब्धियां आने वाली पीढियों के लिये प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे ।’’
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा ,‘‘महान फर्राटा धावक सरदार मिल्खा सिंह के निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं । वह सभी के लिये सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे । ओम शांति ।’’
मिल्खा सिंह भारत की शान थे। उनके निधन से गहरा दुःख हुआ। कुछ दिन पहले उनकी पत्नी का भी निधन हुआ। पिछले साल मैं उनके घर २ घंटे रहा व बातचीत की। दोनों बहुत ही प्रसन्न और दीलदार व्यक्तित्व के धनि थे। ॐ शांति .
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) June 19, 2021

नई दिल्ली। महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह के निधन के साथ एक युग के अंत पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत पूरे देश ने शोक जताया है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उनके संघर्ष और जुझारूपन की कहानी भारतीयों की आने वाली पीढियों को प्रेरित करती रहेगी ।