राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (NATIONAL SAFETY DAY) भारत में हर साल 4 मार्च के दिन मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य हमारे जीवन के विभिन्न समयों में जागरूकता न होने या ध्यान न देने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है। पहले से मनाए जाने वाले नेशनल सेफ्टी डे को अब नेशनल सेफ्टी सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा है। इस सप्ताह के दौरान विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीको से लोगों को अवगत कराया जाता है। इस पूरे सप्ताह में की जाने वाली प्रत्येक गतिविधी का एक मात्र उद्देश्य लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक कर उन्हे सुरक्षा के विभिन्न तरीको से अवगत करना होता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम
हर साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के लिए एक नई थीम होती है। इस वर्ष की थीम है ‘सड़क सुरक्षा (रोड सेफ्टी)।’
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर देशवासियों को ट्वीट कर दी बधाई –
हमें अपने देश के सीमाओं के साथ विश्व में फैले कोरोना के संकट के साथ उसी मुस्तैदी से लड़ना है। इसके लिए हमें जागरुक होने के साथ-साथ सभी को जागरुक करने की आवश्यकता है। आइए साथ मिलकर अपने देश की सुरक्षा में अपना योगदान दें। #NationalSecurityDay #NationalSafetyDay2021
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 4, 2021
राष्ट्र की सुरक्षा में समर्पित हर नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। #NationalSafetyDay2021 pic.twitter.com/l9gkuexDWw
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 4, 2021
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस यह दिवस देश के सिक्यूरिटी विभाग एवम उन सभी सोल्जर को जाता हैं, जो देश को सुरक्षा देते हैं। इन सभी के कारण ही देश की सीमायें सुरक्षित रहती हैं और इन्ही के कारण देश में शांति एवम आवाम में सुरक्षा का भाव होता हैं। इस दिन हम सभी देशवासी, इन सभी सुरक्षाबलों का तहे दिल से अभिवादन करते हैं।
इस दिन को अस्तित्व में लाने की पहल नेशनल सेफ्टी काउंसिल द्वारा ही की गई थी। 4 मार्च के ही दिन भारत में नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना हुई थी, इसलिए इस दिन को ही नेशनल सेफ्टी डे के रूप में मनाया जाता है। नेशनल सेफ्टी काउंसिल एक स्वशासी निकाय है, जो कि सार्वजनिक सेवा के लिए गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है। इस संगठन की स्थापना साल 1966 में मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत हुई थी, जिसमें आठ हजार सदस्य शामिल थे। इसके बाद साल 1972 में इस संगठन द्वारा नेशनल सेफ्टी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। और इसके बाद बहुत ही जल्द इसे नेशनल सेफ्टी डे की जगह नेशनल सेफ्टी सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा।
नेशनल सेफ्टी दिवस या राष्ट्रीय सुरक्षा अभियान पूरे एक सप्ताह तक चलने वाला अभियान है। यह दिवस उन सभी बलिदानियों को समर्पित हैं, जिन्होंने अपना रक्त देकर भी देश की सुरक्षा की। इस दिन हिंदुस्तान उनके हौसले और जस्बे को सलाम करता हैं।
यह दिवस पहली बार 4 मार्च 1966 में मनाया गया था, जिसमे 8 हजार सदस्य शामिल हुये थे, उस समय यह दिवस देश के लोगो को सुरक्षा के प्रति जागृत करने के उद्देश्य से लाया गया था, जिसमे उन्हें देश में, समाज में कैसे एक दुसरे की सुरक्षा को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिये, उस दिशा में प्रेरित किया गया था। इस बार राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 4 मार्च से 10 मार्च तक मनाया जाएगा।