लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ओबीसी समाज को लेकर दिए बयान पर बीजेपी, मायावती और अन्य कईं सियासी पार्टियां हमलावर हैं। वहीं शनिवार (26 जुलाई, 2025) को पटना में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “अगर उन्होंने स्वीकार किया है कि उनसे गलती हुई है तो गलती मानने वाले आदमी को माफी दी जानी चाहिए।”
राहुल गांधी के माफी मांगने को लेकर मांझी ने कहा, “वे ठीक रास्ते पर हैं। उनके गठबंधन के साथी अनुसूचित जाति के समाज के प्रति अच्छा व्यवहार नहीं रखते हैं। वे लोग कहीं न कहीं अनुसूचित जाति के लोगों को दबाते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “वैसी पार्टी के साथ अगर वे (राहुल गांधी) हैं तो ये अच्छा नहीं है। हम भी कांग्रेस में थे। भले आज कांग्रेस को 1 सीट भी ना मिले, लेकिन उन्हें चाहिए कि वे स्वतंत्र होकर चुनाव लड़ें।। इससे बाद में कांग्रेस के बलिदान को समझ कर बिहार और भारत की जनता उन्हें आगे बढ़ाएगी।”
राहुल गांधी ने शुक्रवार (25 जुलाई, 2025) को एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं 2004 से राजनीति में हूं और मुझे 21 साल हो गए। जब मैं पीछे देखता हूं और अपना आत्मविश्लेषण करता हूं, मैंने कहां-कहां सही काम किया और कहां कमी रही तो दो-तीन बड़े मुद्दे दिखाई देते हैं। ओबीसी की मुश्किलें छुपी रहती हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे अगर आपके मुद्दों और परेशानियों के बारे में उस वक्त पता होता तो मैं उसी वक्त जातिगत जनगणना करवा देता। वो मेरी गलती है, जिसे मैं अब ठीक करने जा रहा हूं। हालांकि ये एक तरह से अच्छा ही हुआ, क्योंकि अगर उस समय मैंने जातिगत जनगणना करवा दी होती तो वो आज जैसी नहीं होती।