नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी नये दिशानिर्देशों के अनुसार तीन जनवरी से 15 से 18 साल के आयु वर्ग के किशोरों के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण के लिए केवल कोवैक्सीन कोविड-19 रोधी टीके का विकल्प होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इस संबंध में नये दिशानिर्देश जारी किये।
तीन जनवरी से प्रभाव में आने वाले दिशानिर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और हृदय रोग जैसी कुछ गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे नागरिकों को टीके की तीसरी खुराक देने का क्रम दूसरी खुराक लगाये जाने की तारीख से नौ महीने या 39 सप्ताह पूरे होने पर आधारित होगा। को-विन प्लेटफॉर्म पर मौजूदा खाते में पंजीकरण करके ही तीसरी या अतिरिक्त खुराक लगवाई जा सकेगी।
केंद्र सरकार 28 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक करेगी जिसमें बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए और स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और हृदय रोग जैसी कुछ गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके की तीसरी खुराक लगाने के लिए रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
दिशानिर्देशों के अनुसार, ‘‘15 साल या इससे अधिक आयु के लोग को-विन पर पंजीकरण करा सकेंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो जिनका जन्म वर्ष 2007 या इससे पहले का है, वे पात्र होंगे।’’
इनमें कहा गया है कि लाभार्थी एक मौजूदा को-विन खाते के माध्यम से ऑनलाइन स्व-पंजीकरण करा सकते हैं और मोबाइल फोन नंबर से नया खाता बना सकते हैं। यह सुविधा केवल सभी पात्र नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी।
दिशानिर्देश के अनुसार, ‘‘ऐसे लाभार्थियों के लिए टीकाकरण के लिए विकल्प केवल कोवैक्सीन का होगा क्योंकि 15 से 17 साल के आयु वर्ग के लिए आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध टीका केवल यही है।’’
कुछ बीमारियों से ग्रस्त 60 साल या इससे अधिक आयु के जिन लोगों ने कोविड रोधी टीके की दोनों खुराक लगवा रखी हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर 10 जनवरी से तीसरी अतिरिक्त लगाई जा सकेगी।