पालघर की घटना मानवता पर धब्बा : डिप्टी सीएम अजित पवार

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार नेलॉकडाउन पर कहा कि अगर लोग डब्ल्यूएचओ के प्रमुख की इस चेतावनी को गलत साबित करना चाहते हैं कि कोरोना वायरस फैलने के मामले में ‘‘आगे और खराब समय आने वाला है’’ तो उन्हें घरों में रहना चाहिए और गैर जिम्मेदाराना बर्ताव नहीं करना चाहिए। पवार ने कहा कि मुंबई, पुणे, ठाणे और मालेगांव में कोविड-19 के रोगियों की बढ़ती संख्या चिंता की बात है।

मुंबई। सप्ताह पालघर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किये जाने की घटना को ‘मानवता पर धब्बा’ बताते हुए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने मंगलवार को कहा कि दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलेगी। पवार ने कहा कि मामले में सीआईडी की जांच चल रही है और 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

पड़ोसी पालघर जिले के कासा थानांतर्गत बृहस्पतिवार को भीड़ ने दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। तीनों लॉकडाउन के दौरान एक अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए गुजरात में सूरत जा रहे थे। पवार के हवाले से एक बयान में कहा गया, ‘‘पालघर की घटना मानवता पर धब्बा है। यह निंदनीय है।’’
उन्होंने लॉकडाउन पर कहा कि अगर लोग डब्ल्यूएचओ के प्रमुख की इस चेतावनी को गलत साबित करना चाहते हैं कि कोरोना वायरस फैलने के मामले में ‘‘आगे और खराब समय आने वाला है’’ तो उन्हें घरों में रहना चाहिए और गैर जिम्मेदाराना बर्ताव नहीं करना चाहिए। पवार ने कहा कि मुंबई, पुणे, ठाणे और मालेगांव में कोविड-19 के रोगियों की बढ़ती संख्या चिंता की बात है।
उन्होंने मुंबई में 53 मीडियाकर्मियों के संक्रमित होने पर भी चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि लोग अब भी बिना वजह सड़कों पर उतर रहे हैं। वे खुद को और परिवार के सदस्यों की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं। यह रुकना चाहिए। पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, डॉक्टरों और पुलिस की अपीलों के अनुरूप सामाजिक दूरी बनाकर रखने के नियम का सही तरह से पालन होना चाहिए।

First Published on: April 22, 2020 12:33 PM
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