Parakram Diwas 2022: हर साल 23 जनवरी को मनाया जाएगा पराक्रम दिवस, ममता की मांग- घोषित किया जाए राष्ट्रीय अवकाश

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती आज है। ऐसे में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोकसभा में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उनकी जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट करके नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। साथ ही पराक्रम दिवस की शुभकामनाएं भी देशवासियों को दी हैं...

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती आज है। ऐसे में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोकसभा में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उनकी जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट करके नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। साथ ही पराक्रम दिवस की शुभकामनाएं भी देशवासियों को दी हैं।

ममता बनर्जी ने की राष्ट्रीय अवकाश की मांग
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, एक राष्ट्रीय और वैश्विक प्रतीक नेताजी का बंगाल में उदय भारतीय इतिहास में बेजोड़ है। वह देशभक्ति, साहस, नेतृत्व, एकता व भाईचारे का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि इस साल गणतंत्र दिवस परेड में नेताजी पर एक झांकी भी प्रदर्शित की जाएगी। मैं एक बार फिर केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि नेताजी की जयंती को नेशनल हॉलिडे घोषित किया जाए, ताकि पूरा देश राष्ट्रीय नेता को श्रद्धांजलि दे सके और देशनायक दिसव को अच्छे तरीके से मना सके।

हर साल 23 जनवरी को मनाया जाएगा पराक्रम दिवस
अब हर साल 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह 23 जनवरी से मनाया जाएगा। नेताजी की जयंती को इस समारोह में शामिल करने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा। यह इसी वर्ष से शुरू होगा।

28 फीट ऊंची और छह फीट चौड़ी होगी प्रतिमा
रिपोर्ट के मुताबिक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा 28 फीट ऊंची होगी वहीं इसकी चौड़ाई छह फीट होगी। मूर्ति निर्माण के लिए जेड ब्लैक ग्रेनाइड पत्थर तेलंगाना से लाया जाएगा। प्रतिमा को अमर जवान ज्योति के स्थान पर स्थापित जाएगा। प्रतिमा को मूर्तिकार अद्वैत गडनायक बनाएंगे। अद्वैत राष्ट्रीय मॉर्डन आर्ट गैलरी के प्रमुख हैं।

First Published on: January 23, 2022 12:27 PM
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