सैनिकों की शहादत पर प्रधानमंत्री मोदी क्या बोले ?

चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन उकसाया गया तो हर हाल में माकूल जवाब देने में सक्षम है।

नई दिल्ली। चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन उकसाया गया तो हर हाल में माकूल जवाब देने में सक्षम है। प्रधानमंत्री मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह और देश के 15 मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि शहीद जवानों पर देश को गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारे दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं। भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शुरू होने के पहले प्रधानमंत्री मोदी और अन्य सभी ने वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में सोमवार को चीन के साथ हुई झड़प में देश के 20 बहादुर सैनिक शहीद हुए थे। शुरुआत में एक अफसर सहित तीन जवानों के शहीद होने की बात सामने आई थी, मगर बाद में सेना ने 17 और जवानों के शहीद होने की पुष्टि की थी।

इस घटना के बाद से चीन और भारत की सीमा पर तनाव बढ़ गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इससे पूर्व बयान जारी कर कह चुके हैं कि भारत अपने शहीदों के बलिदान को याद रखेगा। भारत व चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव अपने चरम पर है।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन
वह उकसाने पर हर हाल में मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। प्रधानमंत्री
मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के
मुख्यमंत्रियों ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी पर चीनी सेना के
साथ हुई झड़प में शहीद हुए सेना के जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान
मोदी ने कहा कि यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत की अखंडता और संप्रभुता
सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई रोक नहीं सकता।

First Published on: June 17, 2020 3:55 PM
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