प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी और अटल मिशन के दूसरे चरण की शुरुआत की

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छ भारत मिशन-शहरी’ और कायाकल्प एवं शहरी सुधार के लिए ‘अटल मिशन’ के दूसरे चरण की शुक्रवार को शुरुआत की। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और अटल मिशन 2.0 की शुरुआत करने के बाद एक भाषण में कहा कि ये अभियान बीआर आंबेडकर के सपने पूरे करने की दिशा में एक और कदम है।

यहां आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने प्रमुख मिशन की शुरुआत की। मोदी ने कहा, ‘‘ यह हमारा सौभाग्य है कि आज का कार्यक्रम बीआर आंबेडकर सेंटर में आयोजित किया गया। बाबासाहेब का मानना था कि शहरी विकास असमानता को दूर करने में महत्वपूर्ण है।’’

उन्होंने कहा कि कई लोग बेहतर जीवन के लिए गांव से शहर आते हैं। उन्हें रोजगार तो मिल जाता है लेकिन उनका जीवन स्तर गांव से भी खराब हो जाता है। यह दोहरी मार की तरह है क्योंकि वे घर से दूर हैं, और ऐसी स्थिति में रहते हैं। बाबासाहेब ने इस स्थिति को बदलने को लेकर काफी जोर दिया।

मोदी ने कहा कि युवा पीढ़ी ने स्वच्छता अभियान को बेहतर बनाने के लिए काम किया। उन्होंने कहा, ‘‘ टॉफी की पन्नी अब जमीन पर नहीं फेंकी जाती, बल्कि उसे जेब में रखा जाता है। छोटे बच्चे अब बड़ों से कूड़ा ना फैलाने को कहते हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ हमें ये याद रखना है कि स्वच्छता, एक दिन का, एक पखवाड़े का, एक साल का या कुछ लोगों का ही काम नहीं है। स्वच्छता हर किसी का, हर दिन, हर पखवाड़े, हर साल, पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला महाअभियान है। स्वच्छता जीवनशैली है, स्वच्छता जीवन मंत्र है।’’

उन्होंने कहा कि भारत हर दिन लगभग एक लाख टन कचरे का प्रसंस्करण कर रहा है, शहरों में कचरे के पहाड़ों को संसाधित किया जाएगा और दोनों अभियानों के नए चरणों के तहत इसे पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि स्वच्छ भारत मिशन और अटल मिशन भारत में तेजी से शहरीकरण की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने का संकेत देने के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्य 2030 की उपलब्धि में योगदान करने में भी मददगार होंगे।

स्वच्छ भारत मिशन सभी शहरों को ‘कचरा मुक्त’ बनाने और अटल मिशन के अंतर्गत आने वाले शहरों के अलावा अन्य सभी शहरों में धूसर और काले पानी के प्रबंधन को सुनिश्चित करने, सभी शहरी स्थानीय निकायों को शौच से मुक्त और एक लाख से कम जनसंख्‍या वाले को शौच से मुक्त करने की परिकल्पना करता है, जिससे शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित स्वच्छता के लक्ष्‍य को पूरा किया जा सके।

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, अटल मिशन के दूसरे चरण का लक्ष्य लगभग 2.64 करोड़ सीवर कनेक्शन प्रदान करके लगभग 2.68 करोड़ नल कनेक्शन और 500 अमृत शहरों में ‘सीवरेज’ और ‘सेप्टेज’ का शत-प्रतिशत कवरेज करते हुए लगभग 4,700 शहरी स्थानीय निकायों में सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति का शत-प्रतिशत कवरेज प्रदान करना है। मुताबिक इससे शहरी क्षेत्रों में 10.5 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ होगा।

इस अवसर पर आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के शहरी विकास मंत्री भी मौजूद थे।

First Published on: October 1, 2021 2:33 PM
Exit mobile version