PM मोदी MP से दिखाएंगे 5 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी, झारखंड-गोवा की भी भरेगी झोली


प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री जिन पांच ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, उनमें रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।


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नई दिल्ली। गोवा और झारखंड को मंगलवार को वंदे भारत ट्रेनों की पहली जोड़ी मिलने के साथ, भारत भर के सभी राज्य जो रेल-विद्युतीकृत हैं, अब इन सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों से जुड़ जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को मध्यप्रदेश का दौरा करेंगे और इस दौरान राजधानी भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे।

मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह पहली बार है कि एक दिन में पांच (वंदे भारत) ट्रेनों का उद्घाटन किया जा रहा है। इन ट्रेनों के साथ, रेल-विद्युतीकृत सभी राज्यों में कम से कम एक जोड़ी वंदे भारत है।’ जबकि शेष भारत वंदे भारत ट्रेन से जुड़ा हुआ है, असम को छोड़कर, उत्तर पूर्व भारत को अभी तक ये ट्रेनें नहीं मिली हैं, जहां वंदे भारत की एक जोड़ी चालू है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री जिन पांच ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, उनमें रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।

पीएमओ ने कहा कि रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी। इससे, भेड़ाघाट, पंचमढ़ी, सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों की ओर आवाजाही सुलभ होगी। यह ट्रेन इस मार्ग की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग 30 मिनट तेज होगी।

खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और बुंदेलखंड क्षेत्र (खजुराहो) को मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी जिससे दोनों क्षेत्रों के संपर्क में सुधार होगा। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो, पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को लाभ मिलेगा। यह ट्रेन इस मार्ग पर सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन की तुलना में लगभग 2।30 घंटे तेज होगी।