कोरोना की जंग में पीएम मोदी को मिलेगा दोस्त नेतन्याहू का साथ


कोरोना की जिस वैक्सीन को इजरायल ने बनाया है, उसको एशिया के सभी देशों तक पहुंचाने के लिए यहां पर एक उत्पादक की जरूरत होगी, ऐसे में यह कहा जा रहा है कि जैसे ही यह दवा पेटेंट होगी, वैसे ही इजरायल किसी भारतीय दवा कंपनी के साथ मिलकर यहां पर इसका उत्पादन शुरू करेगा। ताकि एशिया महाद्वीप में इस दवा को आसानी से पहुंचाया जा सके।


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नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना ने जो कहर मचाया हुआ है, उसका अंत अब निकट आ गया है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि दुनिया के देश इस समय कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के काफी करीब पहुंच गए हैं। अब तक की सबसे बड़ी सफलता इजरायल को मिली है, जिसने सभी तरह के ट्रायल के बाद कोरोना की वैक्सीन बना ली है। इजरायल अब वैक्सीन के उस फॉर्मूले का पेटेंट करवाने की तैयारी चल रही है और इसके बाद दुनिया के अपने दोस्तों के साथ मिलकर वह इसका उत्पादन शुरू करेगा।

कोरोना ने दुनिया में इतना ज्यादा कोहराम मचाया है कि अकेला इजरायल इससे लड़ नहीं सकता। इजरायल की दवा को बनाने के लिए कई देशों के योगदान की जरूरत होगी। ऐसे में जानकारों का मानना है कि एशिया महाद्वीप में इस समय इजरायल का सबसे अच्छा दोस्त भारत है और वह इसके अलावा किसी दूसरे देश पर भरोसा नहीं करता।
कोरोना की जिस वैक्सीन को इजरायल ने बनाया है, उसको एशिया के सभी देशों तक पहुंचाने के लिए यहां पर एक उत्पादक की जरूरत होगी, ऐसे में यह कहा जा रहा है कि जैसे ही यह दवा पेटेंट होगी, वैसे ही इजरायल किसी भारतीय दवा कंपनी के साथ मिलकर यहां पर इसका उत्पादन शुरू करेगा। ताकि एशिया महाद्वीप में इस दवा को आसानी से पहुंचाया जा सके।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी साफ कर चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके सच्चे दोस्त हैं और वह हर संकट की घड़ी में उनका साथ देने को तैयार हैं। पीएम मोदी भी अपनी दोस्ती को अच्छी तरह निभाना जानते हैं।