वीर सपूत छत्रपति शिवाजी की 391वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी ने 1670 में मुगलों की सेना के साथ जमकर लोहा लिया था और सिंहगढ़ के किले पर अपना परचम लहराया था। उनका जन्म 19 फरवरी, 1630 को पुणे के शिवनेरी किले में हुआ था।

आज देशभर में छत्रपति शिवाजी की 391वीं जयंती मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका साहस, शौर्य और बुद्धिमत्ता देशवासियों को प्रेरित करती रहेगी।

भारतीय इतिहास कई वीर सपूतों के गौरव से भरा हुआ है। इनमें एक नाम वीर सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज का भी है। छत्रपति शिवाजी एक महान देशभक्त होने के साथ ही कुशल प्रशासक भी थे। साल 1670 में मुगलों की सेना के साथ उन्होंने जमकर लोहा लिया था। मुगलों को हराकर सिंहगढ़ के किले पर अपना परचम लहराया था। इसके बाद 1674 में उन्होंने ही पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी।

उल्लेखनीय है कि मराठा सामाज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। हालांकि कुछ लोग उनका जन्म 1627 में बताते हैं। शिवाजी के पिता शाहजी भोसले सेना में सेनापति थे। उनकी माता जीजाबाई धार्मिक स्वभाव वाली थी। बचपन से ही शिवाजी का पालन-पोषण धार्मिक ग्रंथ सुनते सुनते हुआ। उनके अंदर बचपन में ही शासक वर्ग की क्रूर नीतियों के खिलाफ लड़ने की ज्वाला जाग गई थी।

छत्रपति शिवाजी महाराज निर्विवाद रूप से भारत के सबसे महान राजाओं में से एक हैं। उनकी युद्ध प्रणालियाँ आज भी आधुनिक युग में अपनायीं जातीं हैं। उन्होंने अकेले दम पर मुग़ल सल्तनत को चुनौती दी थी।

शिवाजी महाराज योद्धा राजा थे और अपनी बहादुरी, रणनीति और प्रशासनिक कौशल के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने हमेशा स्वराज्य और मराठा विरासत पर ध्यान केंद्रित किया था।

शिवाजी महाराज ने अपने जीवनकाल में कई बार मुगलों की सेना को मात दी। बाद में 3 अप्रैल, 1680 को शिवाजी महाराज की मृत्यु हो गई, लेकिन आज भी दुनिया उनके पराक्रम और शौर्य को नहीं भूली है। यहां तक भारत की आजादी की लड़ाई में कई क्रांतिकारियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवनचरित से प्रेरणा लेकर भारत की स्वतन्त्रता के लिये अपना तन, मन धन सबकुछ न्यौछावर कर दिया। 

पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मां भारती के अमर सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उनके अदम्य साहस, अद्भुत शौर्य और असाधारण बुद्धिमत्ता की गाथा देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी। जय शिवाजी!’’


देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन किया है। उन्होंने कहा है, ‘राष्ट्रीयता के जीवंत प्रतीक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी अद्वितीय बुद्धिमता, अद्भुत साहस व उत्कृष्ट प्रशासनिक कौशल से सुशासन की स्थापना की। अपनी दूरदर्शिता से उन्होंने एक मजबूत नौसेना बनाई व कई जन-कल्याणकारी नीतियों की भी शुरुआत की। ऐसे राष्ट्रगौरव को कोटि-कोटि वंदन।

First Published on: February 19, 2021 10:53 AM
Exit mobile version