स्वावलंबन से स्वराज तक के विचारों से पूरित ‘पंजाब केसरी’

पंजाब केसरी के नाम से लोकप्रिय लाला लाजपतराय की आज 92 वीं पुण्यतिथि है। लाला लाजपत राय (जन्म- 28 जनवरी, 1865 ई.; मृत्यु- 17 नवंबर, 1928 ई.) को भारत के महान क्रांतिकारियों में गिना जाता है।

नई दिल्ली। पंजाब केसरी के नाम से लोकप्रिय लाला लाजपतराय की आज 92 वीं पुण्यतिथि है। लाला लाजपत राय (जन्म- 28 जनवरी, 1865 ई.; मृत्यु- 17 नवंबर, 1928 ई.) को भारत के महान क्रांतिकारियों में गिना जाता है। आजीवन ब्रिटिश राजशक्ति का सामना करते हुए अपने प्राणों की परवाह न करने वाले लाला लाजपत राय को ‘पंजाब केसरी’ के नाम से भी जाना जाता है। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ‘गरम दल’ के प्रमुख नेता तथा पूरे पंजाब के प्रतिनिधि थे।

लालाजी को ‘पंजाब के शेर’ की उपाधि भी मिली थी। इन्होंने क़ानून की शिक्षा प्राप्त कर हिसार में वकालत प्रारम्भ की। कालान्तर में स्वामी दयानंद के सम्पर्क में आने के कारण लाला जी आर्य समाज के प्रबल समर्थक बन गये। यहीं से इनमें उग्र राष्ट्रीयता की भावना जागृत हुई। लाला जी को पंजाब में वही स्थान प्राप्त था, जो महाराष्ट्र में लोकमान्य तिलक को।

अंग्रेजों ने जब 1905 में बंगाल का विभाजन कर दिया तो लाला जी ने सुरेन्द्रनाथ बनर्जी और विपिनचन्द्र पाल जैसे आंदोलनकारियों से हाथ मिला लिया और अंग्रेजों के इस फैसले की जमकर मुखालफत की। उन्होंने देशभर में स्वदेशी वस्तुएं अपनाने के लिए अभियान चलाया। 3 मई 1907 को ब्रितानिया हुकूमत ने उन्हें रावलपिंडी में गिरफ्तार कर लिया। रिहा होने के बाद भी लालाजी आजादी के लिए लगातार संघर्ष करते रहे।

लालाजी ने अमेरिका पहुंचकर वहां के न्यूयॉर्क शहर में अक्टूबर 1917 में इंडियन होम रूल लीग ऑफ अमेरिका नाम से एक संगठन की स्थापना की। लालाजी परदेश में रहकर भी अपने देश और देशवासियों के उत्थान के लिए काम करते रहे। 20 फरवरी 1920 को जब वे भारत लौटे तो उस समय तक वे देशवासियों के लिए एक नायक बन चुके थे।

92वीं पुण्यतिथि के अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को पंजाब केसरी लाला लाजपतराय को उनकी पुण्यतिथि पर नमन किया है।

श्री जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, “ पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन।”

वहीं नकवी ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा, “भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी, प्रभावी भूमिका निभाने वाले, महान स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रवाद के प्रमुख स्तम्भ ‘पंजाब केसरी’ लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।”

आपको बता दें कि लाला लाजपत राय, बालगंगाधर तिलक और विपिनचंद्र पाल को ‘लाल-बाल-पाल’ के नाम से जाना जाता है। इन नेताओं ने सबसे पहले भारत की पूर्ण स्वतन्त्रता की माँग उठाई। लाला लाजपत राय ने ही पंजाब नेशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कंपनी की स्थापना भी की थी

First Published on: November 17, 2020 1:54 PM
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