संजय राउत ने कहा, संप्रग को पुनर्गठित करके शरद पवार करें नए गठबंधन का नेतृत्व

संजय राउत ने कहा कि इस गठबंधन का भविष्य कांग्रेस के बलिदान और उदारता पर निर्भर करेगा। देश में अब कोई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन नहीं है क्योंकि उसके सहयोगी अलग हो गए हैं। इसी प्रकार संप्रग का कोई अस्तित्व नहीं दिख रहा क्योंकि इसमें बहुत कम पार्टियां रह गई हैं।

नई दिल्ली/औरंगाबाद/तिरुवनंतपुरम। पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनावों के मद्देनजर  यूपीए और एनडीए के घटक दलों का आना-जाना शुरू हो गया है। असम में एनडीए गठबंधन से बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) का अलग हो गयी तो तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक एनडीए से गठबंधन करने जा रही है।

बीपीएफ कांग्रेस के नेतृत्व वाली महागठबंधन में शामिल हो गई है। बोडो जनसंख्या वाले कोकराझार और इसके साथ के इलाकों में बीपीएफ का अच्छा प्रभाव है।

इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को पुनर्गठित करने की जरूरत है और नए गठबंधन का नेतृत्व शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को करना चाहिए क्योंकि कई क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस के नेतृत्व में काम करने के लिए तैयार नहीं है।

राउत ने कहा कि इस गठबंधन का भविष्य कांग्रेस के बलिदान और उदारता पर निर्भर करेगा। देश में अब कोई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन नहीं है क्योंकि उसके सहयोगी अलग हो गए हैं। इसी प्रकार संप्रग का कोई अस्तित्व नहीं दिख रहा क्योंकि इसमें बहुत कम पार्टियां रह गई हैं।

औरंगाबाद में एक पूर्व पार्षद द्वारा आयोजित ‘जयभीम महोत्सव’ में राउत ने कहा, “राजग के सहयोगी अलग हो चुके हैं और अब ऐसा कोई गठबंधन नहीं है। उसी प्रकार संप्रग के साथ बहुत कम पार्टियां हैं। कई क्षेत्रीय पार्टियां संप्रग में कांग्रेस के नेतृत्व में काम करने को तैयार नहीं हैं। इसलिए वर्तमान सरकार के विरुद्ध एक समूह खड़ा करने के लिए संप्रग को फिर से गठित करने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “ऐसे नए गठबंधन का नेतृत्व शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को करना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो भविष्य में और पार्टियां गठबंधन में शामिल हो सकती हैं। लेकिन कांग्रेस की सहमति के बिना यह संभव नहीं है। (पुनर्गठित) गठबंधन का भविष्य कांग्रेस के बलिदान और उदारता पर निर्भर करेगा।”

कई राज्यों में हाथ से सत्ता चले जाने पर कांग्रेस की चुप्पी पर पिनराई विजयन ने उठाया सवाल

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को राहुल गांधी पर हमला जारी रखते हुए कर्नाटक, मध्य प्रदेश और पुडुचेरी जैसे राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेश में कांग्रेस से सत्ता चले जाने पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया।

विजयन ने यह भी जानना चाहा कि राहुल उन राज्यों में क्यों नहीं जा रहे हैं जहां कांग्रेस का सीधा भाजपा से मुकाबला है। राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता हैं। क्या वह उस राज्य में जा रहे हैं जहां कांग्रेस का भाजपा से सीधा मुकाबला है? उन्होंने गोवा, मणिपुर, बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और हाल ही में पुडुचेरी में क्या भूमिका निभायी?

उन्होंने प्रश्न किया, ‘‘ वह इन राज्यों को लेकर चुप्प क्यो हैं? कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी उन स्थानों पर जाने से क्यों बच रहे हैं जहां उनकी पार्टी का भाजपा से सीधा मुकाबला है?’’

विजयन ने गांधी को अच्छा ‘अच्छा पर्यटक’ बताया और कटाक्ष किया कि उनकी केरल यात्रा से राज्य के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

First Published on: March 1, 2021 9:55 AM
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