नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच लद्दाख में जारी सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार पर बार-बार तंज भरे राहुल के सवालों से बीजेपी तिलमिला गई है। यहीं कारण हैं कि जब भी राहुल गांधी मोदी सरकार पर लद्दाख में जारी तनाव और सीमा की स्थिति पर कोई सवाल करते हैं अक्सर बीजेपी नेता निरुत्तर नजर आ रहे हैं और उनके सवालों के जवाब राजीव गांधी और नेहरू से जुड़े भूत के विवादों से देते आ रहे हैं।
राहुल गांधी के सवालों से बीजेपी को हो रही परेशानी हो गृह मंत्री अमित शाह के इस हमलावर बयान से समझा जा सकता है। अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर चीन के मुद्दे पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि सीमा पर तनाव के बीच से राहुल गांधी ने चीन और पाकिस्तान को पसंद आने वाला दिया है। अमित शाह ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर सरकार संसद में बहस के लिए तैयार है। 1962 से लेकर अब तक की स्थिति पर हो जाए ‘दो-दो हाथ’।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार भारत विरोधी प्रचार को संभालने में पूरी तरह से सक्षम थी, लेकिन यह तब दर्दनाक था जब इतने बड़े राजनीतिक दल के एक पूर्व अध्यक्ष संकट के समय ओछी राजनीति करने में लगे थे। अमित शाह ने कांग्रेस के उस आरोप का भी जवाब दिया, जिसमें बीजेपी के अंदर लोकतंत्र नहीं होने की बात कही गई थी।
अमित शाह ने कहा, ‘इंदिरा गांधी के बाद से आज तक कोई भी गांधी परिवार से इतर कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बना है। बीजेपी में लालकृष्ण आडवाणी के बाद राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, फिर राजनाथ सिंह, मैं और अब जेपी नड्डा अध्य हैं। इसमें से कोई एक ही परिवार से है क्या?’ आपातकाल को लोगों को किया जाना चाहिए क्योंकि इसने हमारे लोकतंत्र की जड़ों पर हमला किया। किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता या नागरिक को नहीं भूलना चाहिए। इसके बारे में जागरूकता होनी चाहिए। यह किसी पार्टी के बारे में नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र पर हमले के बारे में है।