नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी सर छोटू राम को उनकी जयंती पर नमन किया और कहा कि समाज के उत्थान में उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने 2018 में गढ़ी सांपला में सर छोटूराम की 64 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जन सेवा और किसान कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सर छोटू राम जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने न केवल देश के अन्नदाताओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया, बल्कि वे मजदूरों, वंचितों और शोषितों की भी आवाज बने। समाज के उत्थान में उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।’’
जन सेवा और किसान कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सर छोटू राम जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने न केवल देश के अन्नदाताओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया, बल्कि वे मजदूरों, वंचितों और शोषितों की भी आवाज बने। समाज के उत्थान में उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। pic.twitter.com/8jiTPgzVA7
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2020
अंग्रेजों के शासनकाल में उन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और इस वजह से किसान उन्हें अपना मसीहा मानते थे। वे तत्कालीन पंजाब राज्य में राजस्व मंत्री थे। भाखड़ा बांध बनाने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभायी थी। सर छोटूराम का 1945 में लाहौर में निधन हो गया था।
सर छोटू राम का जन्म 24 नवंबर 1881 को हरियाणा के रोहतक के छोटे से गांव गढ़ी सांपला में बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था। उनका असली नाम राय रिछपाल था। वो घर में सबसे छोटे थे, इसलिए उनका नाम छोटू राम पड़ गया। उन्होंने अपने गांव से पढ़ाई करने के बाद दिल्ली में स्कूली शिक्षा ली और सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया।