
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को नागरिक लेखा सेवा अधिकारियों से सहज और निर्बाध डिजिटल भुगतान के लिये स्पष्ट रूपरेखा लाने को कहा। उन्होंने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में हुई प्रौद्योगिकी खामी से सबक लेने की जरूरत है।
सीतारमण ने कहा कि ’45वें नागरिक लेखा दिवस को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के बही-खातों पर नजर रखने वाले महालेखा नियंत्रक (सीजीए) ने व्यवस्थागत सुधार को अपनाया है। सरकार के बही-खातों को पारदर्शी बनाये रखने के लिये सीजीए को बदलते समय के साथ नई प्रौद्योगिकी को अपनाना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘‘निर्बाध और सुलभ भुगतान काफी महत्वपूर्ण है…अगर व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद है, तो भी गड़बड़ी हो सकती है। एनएसई में कुछ दिन पहले यह देखने को मिला। वहां प्रौद्योगिकी आधारित गड़बडी हुई। इसका किसी ने अनुमान नहीं जताया था लेकिन इस खामियों का हम पर असर हुआ और उससे सबक लिये जा रहे हैं।’’
सीतारमण ने कहा, ‘‘….इसलिए, इससे सबक लेते हुए, मुझे लगता है कि सुलभ और निर्बाध डिजिटल भुगतान के लिए आपको स्पष्ट रूप से रूपरेपखा लानी होगा।’’
उल्लेखनीय है कि एनएसई में बुधवार को तकनीकी खामी की वजह से शेयर बाजार का कारोबार करीब चार घंटे रोकना पड़ा। मंत्री ने सुझाव दिया कि सीजीए को अपने काम-काज को लेकर और कागज रहित तथा सुलभ बनना चाहिए। साथ ही व्यय विभाग और राज्यों के साथ बेहतर तालमेल का लक्ष्य रखना चाहिए।