ओ ब्रायन को मंगलवार को शीतकालीन सत्र के बाकी समय के लिए संसद के उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने पीठासीन अधिकारी पर नियमावली पुस्तिका फेंक दी थी।
तृणमूल सांसद ने ट्वीट किया, ‘‘ पिछली बार तब मुझे राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था, जब सरकार कृषि कानूनों को थोप रही थी। हम सभी जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ आज (मुझे) भाजपा द्वारा संसद का मखौल उड़ाए जाने और चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक थोपे जाने का विरोध करने पर निलंबित किया गया। आशा है कि इस विधेयक को भी शीघ्र निरस्त किया जाएगा। ’’
पीठासीन अधिकारी सस्मित पात्रा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सांसद ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया और उपसभापति ने उसका उचित जवाब दिया।
पात्रा ने कहा कि उसके कुछ देर बाद ओ ब्रायन ने गुस्से में नियमावली पुस्तिका पीठ की ओर उछाल दी।
उन्होंने कहा, ‘‘ नियमावली पुस्तिका पीठासीन अधिकारी या महासचिव या मेज के पास बैठे अधिकारियों को लग सकती थी। ’’
संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने ओ ब्रायन के निलंबन के लिए प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने स्वीकार कर लिया। संसद का शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर को समाप्त होना है।
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को कहा कि भाजपा द्वारा ‘संसद का मखौल उड़ाए जाने’ और चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक को ‘थोपने’ का विरोध करने पर उन्हें राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया । उन्होंने उम्मीद जतायी कि जिस तरह कृषि कानून वापस लिये गये, उसी तरह इस विधेयक को भी शीघ्र ही निरस्त किया जाएगा।