इतिहास में आज : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर लगा प्रतिबंध हटा…और क्या-क्या हुआ था 12 जुलाई को खास!


जनवरी 1948 में नाथुराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या किये जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर लगाये गये प्रतिबंध को 12 जुलाई 1949 के दिन ही सशर्त हटा लिया गया था।


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इतिहास में 12 जुलाई का दिन कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है। जनवरी 1948 में नाथुराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या किये जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर लगाये गये प्रतिबंध को 12 जुलाई 1949 के दिन ही सशर्त हटा लिया गया था।

देश दुनिया के इतिहास में 12 जुलाई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार लेखाजोखा इस प्रकार है:

1290 : इंग्लैंड के सम्राट एडवर्ड प्रथम के आदेश पर यहूदियों को बाहर निकाला गया।

1346 : लक्जमबर्ग के चार्ल्स चतुर्थ को रोमन साम्राज्य का शासक नियुक्त किया गया।

1673 : नीदरलैंड और डेनमार्क के बीच रक्षा संधि पर हस्ताक्षर हुए।

1690 : विलियम ऑफ ऑरेंज के नेतृत्व में प्रोटेस्टेंटों ने रोमन कैथोलिक सेना को पराजित किया।

1801 : अल्जीसिरास की लड़ाई में ब्रिटेन ने फ्रांस और स्पेन को पराजित किया।

1823 : भारत में निर्मित प्रथम वाष्प इंजन युक्त जहाज ‘डायना’ का कलकत्ता (अब कोलकाता) में जलावतरण।

1862 : अमेरिकी कांग्रेस ने मेडल ऑफ ऑनर को प्राधिकृत किया।

1912 : ‘क्वीन एलिजाबेथ’ अमेरिका में प्रदर्शित होने वाली पहली विदेशी फिल्म बनी।

1918 : टोकायाम की खाड़ी में जापानी युद्धपोत में विस्फोट में 500 लोगों की मौत।

1935 : बेल्जियम ने तत्कालीन सोवियत संघ को मान्यता दी।

1949 : महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस पर लगाए गए प्रतिबंध को सशर्त हटाया गया।

1957 : अमेरिकी सर्जन लेरोय इ बर्नी ने बताया कि धूम्रपान और फेफड़े के कैंसर में सीधा संबंध होता है।

1960 : भागलपुर और रांची यूनिवर्सिटी की स्थापना।

1970 : अलकनंदा नदी में आई भीषण बाढ़ ने 600 लोगों की जान ली।

1990 : प्रसिद्ध सोवियत नेता और रूसी संसद के अध्यक्ष बोरिस येल्तसिन ने सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी से इस्तीफा दिया।

1994: फ़लस्तीनी मुक्ति संगठन के अध्यक्ष यासर अराफात 27 वर्षों का निर्वासित जीवन गुजारने के बाद गाजा पट्टी आये।

1997 : नोबल पुरस्कार से सम्मानित मलाला युसुफजई का पाकिस्तान में जन्म।

1998 : फ्रांस और ब्राजील के बीच हुए फुटबॉल विश्वकप के फाइनल को कुल 1.7 अरब लोगों ने देखा।

2001 : अगरतला से ढाका के बीच ‘मैत्री’ बस सेवा की शुरुआत।



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