कश्मीर घाटी में हुए दो अलग अलग मुठभेड़ों में आठ आतंकी ढेर

कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह सुरक्षा बल ने आतंकवादियों को मस्जिद से बाहर निकालने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। बाद में धार्मिक स्थल की पवित्रता बनाए रखते हुए बल ने आतंकवादियों को मार गिराया।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सुपक्षा बलों के द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन लगातार जारी है। पिछले 24 घंटों में दो अलग-अलग ऑपरेशन में आठ आतंकवादियों को मार गिराया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए सेना के अधिकारियों ने बताया कि कुछ आतंकी एक मस्जिद में छुप गए थे जिसके बाद सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन के दौरान मस्जिद को कोई नुकसान न हो और उसकी पवित्रता बनी रही यह सुनिश्चित करते हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया गया और आतंकियों को मार गिराया गया।

बता दें कि अवंतीपोरा क्षेत्र के मिज गांव में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था, जिसके बाद दो अन्य आतंकवादी गांव की एक मस्जिद में छिप गए थे। विजय कुमार, आईजीपी (कश्मीर) ने कल कहा था, “धैर्य और पेशे ने काम कर दिखाया। गोलीबारी या आईईडी का कोई प्रयोग नहीं किया गया। सिर्फ आंसू गैस के गोले का ही इस्तेमाल किया गया। मस्जिद की पवित्रता बनाए रखी गई। मस्जिद के अंदर छिपे दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया।” मारे गए आतंकवादी जैश-ए-मुहम्मद (जेएम) संगठन के थे। 

वहीं शोपियां जिले के बंदपावा गांव में शुक्रवार को हुए अन्य मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए और एक गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने कहा कि वे जैश-ए-मुहम्म और हिजबुल मुजाहिदीन के मिलेजुले समूह से थे। 

स्थानीय पुलिस, राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस सहित सुरक्षा बलों ने पुलवामा के अवंतीपोरा क्षेत्र और शोपियां जिले के बंदपावा गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त करने के बाद अभियान चलाया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन अभियानों के दौरान सुरक्षा बलों में कोई हताहत नहीं हुआ।

लेफ्टिनेंट जनरल बग्गावल्ली सोमशेखर राजू ने बताया कि इस साल 49 युवाओं को आतंकी संगठनों में बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी। इनमें से 27 आतंकी मारे गए। हमें खुशी नहीं होती ऐसा करके, लेकिन किसी को नुकसान पहुंचाने का रास्ता चुनेंगे तो यह करना होगा।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि आतंकियों की नई भर्ती में काफी कमी आई है। ये कमी सिविल सोसाइटी, माता-पिता और पुलिस के संयुक्त प्रयासों से आई है। 

First Published on: June 19, 2020 12:28 PM
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