सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिये सभी दलों से चर्चा करेंगे : ओम बिरला

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नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिये वह सभी दलों के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे और उन्हें उम्मीद है कि सत्र निर्बाध चलेगा तथा कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) में तय सभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा होगी ।

आगामी संसद सत्र के बारे में एक सवाल के जवाब में लोकसभा अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा कि हमारे देश में बहुदलीय व्यवस्था है और इसलिये वे सभी दलों के साथ चर्चा एवं संवाद करेंगे ।

उन्होंने कहा ‘‘ संसद की कार्यवाही निर्बाध चलनी चाहिए। कार्यवाही के बारे में कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में चर्चा होती है और इसमें सभी दलों के प्रतिनिधि होते हैं । बीएसी में ही तय होता है कि किन विषयों पर कब और कैसे चर्चा होगी और इस बारे में पीठासीन अधिकारी स्वत: निर्णय नहीं कर सकते । ’’

लोकसभा अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि सत्र सुचारू रूप से चलेगा तथा कार्य मंत्रणा समिति में तय सभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा होगी ।

गौरतलब है कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने आगामी संसद सत्र के दौरान पेगासस जासूसी मामले, महंगाई, तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की बात कही है ।

सूत्रों के अनुसार, संसदीय मामलों पर मंत्रिमंडल समिति ने संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक बुलाने की सिफारिश की है।

कांग्रेस ने कहा है कि वह संसद के शीतकालीन सत्र में पेगासस जासूसी मामले और महंगाई के मुद्दे को जोरशोर से उठायेगी ।

तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दल संसद सत्र के दौरान भारत को ‘निर्वाचित तानाशाही’ बनाने के प्रयास को रोकने के लिये हरसंभव प्रयास करेंगे। तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि उनकी पार्टी सत्र में, सरकार द्वारा अध्यादेश लाए जाने के साथ साथ महंगाई, किसानों के विरोध प्रदर्शन, बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने जाने के मुद्दे भी उठायेगी ।

केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा था कि संसद के इस शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों में आसन की व्यवस्था के आधार पर सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है।