साहित्य अकादेमी द्वारा हिंदी युवा लेखक उत्सव का आयोजन


नई दिल्ली। 26 अक्तूबर 2021; साहित्य अकादेमी द्वारा आज वेबलाइन साहित्य शृंखला के अंतर्गत हिंदी युवा लेखक उत्सव का आयोजन किया गया। आभासी मंच पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन वक्तव्य प्रख्यात कवि, चित्रकार एवं कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल ने तथा अध्यक्षीय वक्तव्य हिंदी परामर्श मंडल के संयोजक एवं प्रख्यात आलोचक चित्तरंजन मिश्र ने दिया।

उत्सव में कहानी-पाठ सत्र की अध्यक्षता प्रख्यात कहानीकार वंदना राग ने की और कविता-पाठ सत्र की अध्यक्षता कवि एवं हिंदी परामर्श मंडल के सदस्य इंदुशेखर तत्पुरुष ने की।

उद्घाटन सत्र में स्वागत वक्तव्य देते हुए साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने कहा कि युवा लेखक उन सितारों की तरह हैं जिनकी चमक लगातार बनी रहती है। वे अपने साहस से नई धारा को जन्म देते हैं। बाजार और भूमंडलीकरण के चलते आए संकट का सामना युवा अपने शब्दों के शस्त्र से कर रहे हैं। प्रख्यात कवि, चित्रकार एवं कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल ने अपने उद्घाटन वक्तव्य में कहा कि कोई भी साहित्यिक परंपरा बिना युवाओं के सहयोग के विकसित नहीं हो सकती।

उन्होंने हिंदी की दुनिया को महा समुद्र के रूप में देखते हुए कहा कि यह युवाओं की जिम्मेदारी है कि वे इस भाषा की परंपरा का निर्वाह बहुत जिम्मेदारी से करें। आगे उन्होंने कहा कि किसी भी परंपरा के भाषा संस्कारों को परिष्कृत करने का काम भी युवाओं के कंधे पर होता है। उन्होंने युवाओं की नई पीढ़ी के बीच अनुवाद की बढ़ती लोकप्रियता पर भी अपनी बात रखी।

हिंदी परामर्श मंडल के संयोजक एवं प्रख्यात आलोचक चित्तरंजन मिश्र ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि आचार्य रामचंद्र शुक्ल, प्रेमचंद एवं अज्ञेय ने अपनी महत्त्वपूर्ण उपलब्धियाँ युवा अवस्था में ही प्राप्त कर ली थीं। मेरी दृष्टि में आज का युवा लेखक आग का भी और राग का भी लेखक है। युवा लेखक ही नई दुनिया और नए समाज को रचेंगे।

उन्होंने सभी युवा लेखकों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि वे अपनी रचना-यात्रा को सभ्यता की विजय यात्रा में बदलने का प्रयास करें। कहानी-पाठ सत्र की अध्यक्षता वंदना राग ने की और प्रदीप मिश्र, तसनीम ख़ान, मनीष वैद्य एवं सोनी पांडेय ने अपनी-अपनी कहानियाँ प्रस्तुत कीं।

अंतिम सत्र कविता-पाठ का था जिसकी अध्यक्षता इंदुशेखर तत्पुरुष ने की और अदनान कफ़ील दरवेश, अंकिता रासुरी, अनुपम सिंह, जोशना बनर्जी आडवाणी, रूपम मिश्रा, अमिताभ चौधरी, अन्ना माधुरी तिर्की, गौरव पांडेय एवं कुमार मंगलम ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन अकादेमी के संपादक (हिंदी) अनुपम तिवारी ने किया।