साहित्य अकादेमी द्वारा सेंट्रल विस्टा में कथा वाचन कार्यक्रम आयोजित


क्षमा शर्मा ने राक्षस, बौने और आदमियों की मज़ेदार कहानी प्रस्तुत की और बच्चों को एकता की ताकत तथा लालच न करने की सीख देने वाली कहानी सुनाई। उन्होंने चेहरे पर मुखौटा और अपने पीछे पूँछ बाँधकर रोचक माहौल बना दिया।


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नई दिल्ली। आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सेंट्रल विस्टा में आयोजित किए जा रहे कलांजलि कार्यक्रम में साहित्य अकादेमी द्वारा आज कथा वाचन का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। शाम 6:00 बजे एम्फी थियेटर में हुए इस कार्यक्रम में राजीव तांबे एवं क्षमा शर्मा ने अपनी अपनी रोचक कहानियाँ प्रस्तुत कीं।

सर्वप्रथम राजीव तांबे ने अपनी प्रेमल भूत की कहानी रोचक तरीके से प्रस्तुत की, जिसको सुनकर उपस्थित बच्चे और उनके माता-पिता ने खूब आनंद उठाया । यह एक ऐसे भूत की कहानी थी जिसमें भूत ने एक बच्ची की निबंध लिखने में सहायता की, लेकिन टीचर उसकी कल्पना करके ही डर गई थी। तरह तरह की आवाजें निकाल कर और एक काल्पनिक माहौल बनाकर राजीव तांबे ने बच्चों का खूब मनोरंजन किया।

क्षमा शर्मा ने राक्षस, बौने और आदमियों की मज़ेदार कहानी प्रस्तुत की और बच्चों को एकता की ताकत तथा लालच न करने की सीख देने वाली कहानी सुनाई। उन्होंने चेहरे पर मुखौटा और अपने पीछे पूँछ बाँधकर रोचक माहौल बना दिया। ‘कलांजलि’ में कल साहित्य अकादेमी द्वारा कथा वाचन कार्यक्रम के अंतर्गत कमलजीत नीलों और देवेंद्र मेवाड़ी अपनी कहानियाँ प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम के आरंभ में दोनों कथा वाचकों का स्वागत अंगवस्त्रम प्रदान करके किया गया।

कार्यक्रम का संचालन साहित्य अकादेमी में संपादक अनुपम तिवारी ने किया। कार्यक्रम के दौरान संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अवर सचिव पापुंजय उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में बच्चों और उनके अभिभावकों ने कार्यक्रम का आनंद लिया और दोनों कथा वाचकों की सराहना की।



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