यूं तो वाजदा स्वभाव से एकांत प्रिय है लेकिन उन्हें निकट से पहचानने वाले जानते हैं कि वे खुद से भूली हुई रहती हैं। आसमान, चांद और सितारों की सोहबत में रहने वाली…
अगर विश्लेषण किया जाए तो चीन और रुस भी यही चाहते हैं कि अमेरिका में अगले चार सालों के लिए ट्रंप ही राष्टपति बने रहे, क्योंकि ट्रंप की गलतियों का फायदा उठाकर चीन…
देश के केन्द्रीय बैंक के इस एलान से एक लम्बे अरसे से बंद कामों को फिर से शुरू करने के लिए लगभग 50,000 करोड़ रुपये की नकदी का प्रबंध होने का अनुमान है।…
चंद्रशेखर की भारतीय वेश-भूषा को देखकर प्रायः लोग यह नहीं समझ पाते थे कि वह कितने बड़े स्वाध्यायी एवं विश्लेषक थे। उनकी बौद्धिकता का आभास उनके आस-पास रहने वाले विद्वतजन, राजनेताओं तथा जनसंचार…
चन्द्रशेखर का जन्म 17 अप्रैल 1927 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्थित इब्राहिमपट्टी गांव के एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। लेकिन असाधारण प्रतिभा के धनी चन्द्रशेखर अपने छात्र जीवन…
कोरोनाकी इस लड़ाई को किसी भी तरीके से धर्म के आधार पर विभाजन करने का साधन न बनाया जाए लेकिन कुछ लोग अपनी हरकतों से बाजनहीं आ रहे हैं। कुछ ख़बरें इस तरह…
राहत कार्यों के लिए शुरू की गई तमाम योजनायें खामियोंसे भरी हैं जिसकी वजह से जमीनीस्तर पर इन योजनाओं का लाभ आम आदमी को नहीं मिल पा रहा है। जिसकी वजह से भी…
15 अप्रैल से 3 मई तक बढ़ाई जाने वाली लॉकडाउन की यह अवधि प्रधानमंत्री के पूर्व में दिए उस कथन से मेल नहीं खाती जिसमें उन्होंने कोरोना से संग्राम में 21 दिन यानी…
लॉकडाउनके चलते कोरोनावायसके फैलावपर काफी हद तक सफलता मिली है लेकिन एक अनिश्चितकाल तक पूर्ण तालाबंदी इससमस्या का स्थाईसमाधान नहीं हो सकता है। उल्टे इससे कई दूसरी तरह की समस्याएं भी पैदा हो…
सरकार के लिए यह समझ पाना मुश्किल हो रहा है कि समस्या का समाधान कैसे निकाला जाए। इसीलिएप्रधानमंत्री भी असमंजस में हैं। लॉकडाउनका विस्तार तो करना है लेकिन इस विस्तार में कामकाज की…
अमेरिका का न्यूयार्क शहर जो अपने मनोरंजन और आमोद-प्रमोद की गतिविधियों के लिए दुनिया में एक मस्त शहर के रूप में जाना जाता है, वहां बुधवार 8 अप्रैल को ऐसी भयावह स्थिति उत्पन्न…
इस दवा का इतिहास रोमांचक भी है और अकल्पनीय भी। आमतौर पर सोशल मीडिया के जरिये मिलने वाली जानकारी को सत्य से कोसों दूर माना जाता है लेकिन इस सम्बन्ध में जो जानकारियां…
सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अभी देश में कोरोनासे पीड़ित होने वाले, इस वायरस का शिकार होकर सेल्फक्वारनटीन या इलाज के लिए अस्पतालों में भरतीकिये गए लोगों की…
सी.राजेश्वर राव का जन्म आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िला में एक बड़े किसान परिवार में 6जून,1914को हुआ था। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई और फिर वे अंग्रेज़ी दासता के खिलाफ आज़ादी…
भारत में भी हालात सुधरने की तरफ बढ़ रहे हैं। इस बीच यह भी कहा गया है कि अगर दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात ने गलती न की होती तो कोरोना…
शहीद मंगल पांडे का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के ग्राम नगवा में19दिसंबर1828को हुआ था।इनके पिता का नाम दिवाकर पांडे और माता का नाम अभय रानी पाण्डे था। मंगल पाण्डे10मई1849को21वर्ष की आयु…
इंसानियत से सराबोर ऐसे धर्मग्रंथों की मान्यताओं और परंपराओं को इन मुट्ठीभर जालिम और कातिल की शक्लधारी तबलीगियों ने जमकर रौंदा और कुचला है। यही हरकत इन राष्ट्रद्रोही बदमाशों ने अपने रहनुमा और…
डेटॉल अथवा किसी भी एंटीसेप्टिक या सैनिटाइज़र पर निर्भर व्यक्ति हाथ धोने के तरीक़े पर अमूमन ध्यान नहीं देता। वह जल्दी में रहता है और सोचता है कि उसकी जल्दबाज़ी की भरपाई वह…
1918 के फ्लू ने- जिसके बारे में ज्यादा चिंता न करने की सलाह तब के टाइम्स ऑफ इंडिया ने मुंबई के अपने पाठकों को दी थी- महात्मा गांधी और प्रेमचंद को भी अपनी…
अभीभारत में इटली,स्पेन,अमेरिका,फ्रांस,चीन,इंग्लैंड और ईरान जैसे हालात नहींबने। फिरभी इतनी भयावह स्थिति है।कोरोना संक्रमण तीसरे चरण में गांवों तक फैला तो क्या हालत होगी,इसकीकल्पना नहींकी जा सकती।
लेकिन मुस्लिम इंटलेक्चुअल्स की ये बुजदिली, उनकी मूर्खता, उनकी धूर्तता और उनकी कट्टरता इस समय उतना बड़ा मसला नहीं है।
कोरोना से ज्यादातर वे ही लोग पीड़ित है, जो विदेश-यात्राओं से लौटे हैं और उनके संपर्क में आए हैं। जो मजदूर, किसान, छोटे कर्मचारी और छोटे विक्रेता गांवों की ओर भाग रहे हैं,…
आज की सबसे बड़ी धर्म आज्ञा अथवा फतवा यही है कि हम सरकार व चिकित्सकों के द्वारा नियमों का पालन करें। सरकार के गलत निर्णयों की समय आने पर खूब आलोचना करेंगे।
लॉकडाउन से हाइवे पर फंसे हजारों ट्रक फंसे हुए हैं। लॉकडाउन की वजह से पश्चिम बंगाल से गुजरने वाले नेशनल और स्टेट हाइवे पर हजारों ट्रक ड्राइवर फंस गए हैं।
आज कल भारतीयों में भी प्रकृति से प्यार और सम्मान मिटता जा रहा है। नही तो कोरोना जैसी बिमारी भारत में आ ही नहीं सकती थी । यह बिमारी तो प्रकृति का शोषण…