सिडनी । भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने तीसरे टेस्ट के दौरान यहां टीम के खिलाड़ियों के खिलाफ हुए नस्लीय दुर्व्यवहार को अस्वीकार्य करार दिया जिस पर उन्हें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन का भी समर्थन मिला।
पेन ने कहा कि वह इस मुद्दे पर भारतीय टीम के साथ खड़े है।
मैच के चौथे दिन रविवार को दर्शकों के एक समूह ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के बारे में नस्लीय टिप्पणी की जिसके कारण कुछ मिनट तक खेल रुका रहा। इसके बाद कुछ दर्शकों को बाहर कर दिया गया और क्रिकेट आस्ट्रेलिया को माफी मांगनी पड़ी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस मुद्दे पर दोषियों के खिलाफ सबसे कठोर कार्रवाई का भी वादा किया है, जिसमें एससीजी (सिडनी क्रिकेट मैदान) से उन्हें आजीवन प्रतिबंधित किए जाने की संभावना भी शामिल है।
रहाणे ने सोमवार को मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हमने इसकी शिकायत दर्ज कराई है । मैंने मैच रेफरी और अंपायरों से बात की है। जो कुछ भी हुआ ,वह सब अस्वीकार्य है और दुनिया में कहीं भी ऐसा नहीं होना चाहिए। हम इसे लेकर परेशान थे।’’
पेन रविवार को इस घटना के बाद भारतीय टीम के पास गये थे और उन्होंने सोमवार को कहा कि वह चाहते थे कि मेहमान टीम यह समझे कि वह और उनकी टीम इस तरह के अपशब्दों के खिलाफ है।
जब यह घटना घटी तब पेन बल्लेबाजी कर रहे थे और मैच के बाद जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि यह बहुत निराशाजनक है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के तौर पर हम विशेष रूप से नस्लीय दुर्व्यवहार के किसी भी प्रकार का समर्थन नहीं करते है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सिर्फ भारतीय टीम को बताना चाहता हूं कि हम उस मुद्दे पर पर उनके साथ थे। जैसा मैंने कहा, यह हम में से किसी ने भी नहीं किया था और ऑस्ट्रेलिया आने वाली टीमों के साथ ऐसा होना वास्तव में निराशाजनक है। हम इसे रोकना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बस यह सुनिश्चित करना चाहता था कि भारतीय खिलाड़ी यह समझे की हम भी इसके खिलाफ हैं और हम उनका समर्थन करते हैं।’’ इससे पहले शनिवार को तीसरे दिन के खेल के दौरान नशे में धुत एक व्यक्ति ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और सिराज के लिये अपशब्दों का उपयोग किया था।