Coronavirus: लॉकडाउन में ‘आनलाइन ट्रेनिंग’ ले रहे हैं ओलंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार


ओलंपिक रजत पदक विजेता निशानेबाज विजय कुमार पुलिस उप अधीक्षक (डीएसपी) पद के लिये हिमाचल प्रदेश में ट्रेनिंग ले रहे थे लेकिन कोविड-19 महामारी के बाद देशव्यापी लॉकडाउन में सामाजिक दूरी का ध्यान रखने के लिये अब केवल ‘आनलाइन ट्रेनिंग’ ही कर पा रहे हैं। तेजी से फैलते कोरोना वायरस से पैदा हुए इस संकट के समय उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे घर में रहकर खुद को सुरक्षित करने साथ सरकार की मदद करें।


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ओलंपिक रजत पदक विजेता निशानेबाज विजय कुमार पुलिस उप अधीक्षक (डीएसपी) पद के लिये हिमाचल प्रदेश में ट्रेनिंग ले रहे थे लेकिन कोविड-19 महामारी के बाद देशव्यापी लॉकडाउन में सामाजिक दूरी का ध्यान रखने के लिये अब केवल ‘आनलाइन ट्रेनिंग’ ही कर पा रहे हैं। तेजी से फैलते कोरोना वायरस से पैदा हुए इस संकट के समय उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे घर में रहकर खुद को सुरक्षित करने साथ सरकार की मदद करें।

कोविड-19 महामारी के चलते देश में 21 दिन का लॉकडाउन है और इससे उनकी पुलिस ट्रेनिंग पर भी असर पड़ा । उनकी शारीरिक ट्रेनिंग बंद कर दी गयी है जबकि आनलाइन कानून की क्लास जारी हैं। 

हमीरपुर निवासी विजय ने ‘भाषा’ से फोन पर बातचीत में कहा, ‘‘मैं घर पर नहीं हूं, मेरी डीएसपी पद के लिये ट्रेनिंग चल रही है जिसमें हम शारीरिक ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे क्योंकि इससे सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन करना कठिन होगा । इसलिये आजकल केवल भारतीय कानून की आनलाइन क्लास ही हो पा रही हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘सेंटर का बाहर की दुनिया से कोई संपर्क नहीं है। पूरा कर्फ्यू की तरह है। हम लोग पृथक रह रहे हैं। ’’

लंदन ओलंपिक में रैपिड फायर पिस्टल में दूसरा स्थान हासिल करने वाला यह निशानेबाज तीन साल पहले सेना से सूबेदार मेजर के पद पर सेवानिवृत्त हो गया था। खाने पीने की चीजों के इंतजाम के बारे में पूछने पर विजय ने कहा, ‘‘खाने पीने के सामान के लिये अधिकृत लोग हैं जो पूरे एहतियात के साथ सामान ट्रेनिंग सेंटर में ला रहे हैं। ’’ भारत में अभी तक 206 लोग इस बीमारी के कारण जान गंवा चुके हैं जबकि 6,000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं।

देश में इस संकट के बारे में बात करते हुए विजय ने कहा, ‘‘मुझे हैरानी होती है कि लोग घर में बैठकर सुरक्षित रहने के नियम का पालन क्यों नहीं कर रहे। मैंने देखा कि पुलिसवाले कैसे दिन रात सेवा में जुटे हैं। लेकिन लोग समझने को तैयार नहीं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में कितने लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, 90,000 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। इससे बचने का केवल एक उपाय है घर में रहना और कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना। मैं सभी से कहना चाहूंगा कि पूरी सावधानियां बरतें और इस बीमारी से खुद को बचायें। ’’