नई दिल्ली। महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि कप्तानी के मसले पर विराट कोहली के विरोधाभासी बयान पर सौरव गांगुली ही तस्वीर साफ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष से पूछा जाना चाहिये कि यह विरोधाभास कैसे आया।
कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के बाद गांगुली ने कहा था कि बीसीसीआई ने इस स्टार बल्लेबाज से फैसले पर पुनर्विचार के लिये कहा था। गांगुली ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवानगी से पहले प्रेस कांफ्रेंस में इसका खंडन किया।
गावस्कर ने कहा ,‘‘कोहली का बयान शायद बीसीसीआई के लिये नहीं है। मुझे लगता है कि उस व्यक्ति से सवाल पूछा जाना चाहिये कि कोहली को ऐसा संदेश कैसे गया।’’ उन्होंने कहा,‘‘गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष हैं और उनसे पूछा जाना चाहिये कि यह विरोधाभास क्यों हैं। वह ही इसके बारे में जवाब दे सकेंगे।’
कोहली ने यह भी कहा था कि चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये टीम के चयन से 90 मिनट पहले उन्हें बताया कि वह वनडे टीम के कप्तान नहीं हैं । गावस्कर ने कहा कि चयन समिति के अध्यक्ष ने कोई गलती नहीं की ।
गावस्कर ने कहा ,‘‘यहां क्या विवाद है ।चयन समिति के अध्यक्ष ने उन्हें साफ तौर पर बता दिया कि अब वनडे कप्तानी उनके पास नहीं है । इसमें क्या गलत है । चयन समिति को इसका अधिकार है । कप्तान के पास मतदान का अधिकार नहीं होता ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसा तो नहीं है ना कि मीडिया से उन्हें पता चला या एक सवारी विमान के कमांडर ने इसकी घोषणा की । उसे चयन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि वह अब कप्तान नहीं है । इसमें क्या गलत है । चयन समिति के अध्यक्ष और उनके बीच संवाद हुआ और ऐसा ही होना चाहिये।’’
गावस्कर ने कहा कि बीसीसीआई को भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने के लिये स्पष्ट संवाद रखना चाहिये । उन्होंने कहा ,‘‘ स्पष्ट संवाद होना चाहिये ताकि अटकलबाजी नहीं हो। चयन समिति के अध्यक्ष बता सकते हैं कि किसका चयन क्यों हुआ और किसका क्यों नहीं हुआ । कई बार जरूरत नहीं होने पर भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की जा सकती है जिसमें सारे कारण बताये गए हों।’’