भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा चाहते हैं सभी देशवासी घर पर रहें क्योंकि कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई घर पर रहकर ही जीती जा सकती है। पुजारा उन शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों में से एक है जिन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के तरीकों पर चर्चा के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई वीडियो कॉल में हिस्सा लिया था। देश में अभी 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है।
भारत के मुख्य टेस्ट बल्लेबाज ने कहा, ‘‘इस समय प्रत्येक व्यक्ति एक सैनिक है। अगर आप इंडोर रहोगे तो आप अपने देश के लिये युद्ध लड़ रहे हो। इसके लिये एकजुट प्रयास की जरूरत है, वर्ना हम इसे जीत नहीं सकते।’’
पिछले महीने सौराष्ट्र को पहला रणजी ट्राफी खिताब दिलाने में मदद करने वाले पुजारा ने सोचा नहीं होगा कि वह इस तरह घर पर समय व्यतीत कर रहे होंगे। हालांकि वह इस ब्रेक का आनंद ले रहे हैं और उनका ज्यादातर समय अपनी दो साल की बेटी के साथ खेलने में जाता है। वह अपनी बेटी के साथ प्लास्टिक के बल्ले से खेलते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा मुझे अपनी बेटी के लिये करना होता है। अभी क्रिकेट इंतजार कर सकता है।’’
लेकिन फिटनेस से कोई समझौता नहीं जिसके लिये वह घर पर बने जिम में एक्सरसाइज करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हर चीज को सकारात्मक रूप से लेता हूं। कभी कभार आपको खिलाड़ी के तौर पर एक ब्रेक लेने की जरूरत होती है और इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। हमने हाल में रणजी ट्राफी जीती और तीन से चार हफ्ते ब्रेक लेने का इससे अच्छा समय नहीं हो सकता था। ’’
पुजारा ने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे घर में जिम है। छोटे शहर में रहते हुए मैं बाहर जिम में जाकर ट्रेनिंग नहीं कर सकता क्योंकि लोग मुझे घेर लेंगे। घर पर जिम की वजह से मैं अपने स्ट्रेंथ सत्र, साइकिलिंग और रनिंग कर सकता हूं। मैं योग भी करता हूं जिससे काफी मदद मिलती है।’’
उन्हें ब्रिटेन में काउंटी क्रिकेट खेलने के लिये जाना था लेकिन वहां भी 28 मई तक क्रिकेट स्थगित हो गया है और काउंटी चैम्पियनशिप अब रद्द होने की संभावना भी लग रही है।