नई दिल्ली। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम ओडिशा एफसी ने मुख्य कोच स्टुअर्ट बैक्सटर को जमशेदपुर एफसी के खिलाफ मैच गंवाने के बाद साक्षात्कार के दौरान रेफरी के फैसले की आलोचना करते हुए बलात्कार से उसकी तुलना करने पर बर्खास्त कर दिया।
सोमवार को बम्बोलिम में खेले गये मैच में जमशेदपुर एफसी ने ओडिशा को 1-0 से हराया था। मैच के बाद बैक्सटर ने कहा था कि पेनल्टी लेने के लिये उनके किसी खिलाड़ी को ‘ बलात्कार करना या करवाना होगा।’
क्लब ने बाद में इस पर सार्वजनिक माफी मांगते हुए टीम के साथ कोच के करार को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया।
क्लब से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया, ‘‘ओडिशा एफसी ने मुख्य कोच स्टुअर्ट बैक्सटर के अनुबंध को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का फैसला किया है। बचे हुए सत्र के लिए अंतरिम कोच की घोषणा जल्द ही की जाएगी।’’
इस करीबी मुकाबले में टीम की हार के बाद बैक्सटर ने रेफरी के फैसले पर निराशा जतायी थी। ओडिशा ने मैच के आखिरी क्षणों में पेनल्टी की मांग करते हुए दावा किया कि टीपी रेहेनेश पेनल्टी क्षेत्र में उनके खिलाड़ी डिएगो मौरिको से गलत तरीके से भिड़ गये लेकिन रेफरी ने उनकी मांग को खारिज कर दिया था।
बैक्सटर ने मैच के बाद साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मैच में फैसले आपकी तरफ होने चाहिये लेकिन वे फैसले वैसे नहीं हुए। मुझे नहीं पता कि हमें किन परिस्थितियों में पेनल्टी मिलेगी। पेनल्टी हासिल करने के लिए शायद मेरे किसी खिलाड़ी को किसी का बलात्कार करना होगा या खुद इसका शिकार होना होगा।’’
क्लब ने कहा कि वह 67 साल के कोच की बातों से सहमत नहीं है। उसने सोमवार को ट्वीट किया था, ‘‘ क्लब आज के मैच के बाद के साक्षात्कार के दौरान मुख्य कोच स्टुअर्ट बैक्सटर द्वारा की गई टिप्पणियों से निराश है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है, जो क्लब के मूल्यों को नहीं दर्शाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम, ओडिशा एफसी की तरफ से माफी मांगते हैं और क्लब प्रबंधन इस मामले को आंतरिक रूप से सुलझायेगा।’’ ओडिशा 11 टीमों की तालिका में आखिरी स्थान पर है। टीम ने अब तक 14 मैच खेले है और वह प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुका है।