दुबई। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शुरुआती मैचों में उन्होंने खुद पर काफी दबाव बना दिया था लेकिन मुंबई इंडियन्स के खिलाफ सुपर ओवर तक चले मैच से उनकी मानसिकता बदली जिससे उन्हें फार्म में वापसी करने में मदद मिली। कोहली को टूर्नामेंट के शुरू में रन बनाने के लिये जूझना पड़ा था लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ शनिवार को उन्होंने नाबाद 90 रन की पारी खेली और अपनी टीम की 37 रन से जीत में अहम भूमिका निभायी।
भारतीय कप्तान ने कहा कि मुंबई इंडियन्स के खिलाफ सुपर ओवर में जसप्रीत बुमराह पर पुल शॉट लगाने से वह खुलकर खेलने के लिये प्रेरित हुए। कोहली ने चेन्नई के खिलाफ मैच के बाद कहा, ‘‘मैं शुरूआती मैचों में खुद पर कुछ ज्यादा ही दबाव बना रहा था। जब आप खुद पर ज्यादा ही बोझ डालना शुरू कर देते हैं तो आप खिलाड़ी के तौर पर योगदान नहीं कर पाते और आपकी टीम को भी आपके योगदान की जरूरत होती है। सुपर ओवर वाले मैच ने सचमुच मेरी सोच बदल दी, इसके बाद मैं अभ्यास और अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाने लगा।’’
चेन्नई के खिलाफ मैच में मैन ऑफ द मैच बने कोहली ने इसे टीम का पूर्ण प्रदर्शन करार दिया और कहा कि टूर्नामेंट के इस चरण में लय हासिल करना अच्छा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे पूर्ण प्रदर्शन में से एक था। पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे लेकिन क्रीज पर थोड़ी मुश्किल स्थिति में पड़ गये। हमने ‘टाइम आउट’पर बात की कि 150 रन के करीब स्कोर अच्छा होगा। ’’
कोहली ने कहा, ‘‘अब लय हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि हमारे लगातार मैच हैं। मुझे लगता है कि यह हमारा एक पूर्ण प्रदर्शन था और पहले ओवर से हमारा जज्बा बना हुआ था। यह अच्छी शुरूआत है, जब आप टूर्नामेंट के इस चरण में लय हासिल करते हो तो इससे अंक तालिका में आप नीचे के स्थान से अलग हो जाते हो या ऊपर की ओर बढ़ते हो। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप एक लक्ष्य सोचकर उससे आगे बढ़ जाते हो (150 रन का स्कोर बनाने का सोचकर 169 रन बनाने के संदर्भ में) तो इससे आपको फायदा मिलता है। अगर आप डेथ ओवर में खेल रहे हो और अच्छी तरह हिट कर रहे हो तो आप इसका अच्छा फायदा उठा सकते हो। आज रात हमने यही चीज सीखी। ’’