कोविड-19 महामारी के खिलाफ जंग जीतने में मदद कर सकते हैं खेल : सिंधू

ओलंपिक रजत पदक विजेता स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू का मानना है कि टीके की गैरमौजूदगी में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने में खेल मदद कर सकते हैं और ऐसे में सोमवार को उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे शारीरिक गतिविधि को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।

नयी दिल्ली। ओलंपिक रजत पदक विजेता स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू का मानना है कि टीके की गैरमौजूदगी में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने में खेल मदद कर सकते हैं और ऐसे में सोमवार को उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे शारीरिक गतिविधि को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।

इस वायरस से दुनिया भर में 85 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं जबकि चार लाख 50 हजार से अधिक लोगों की जान गई है। फिक्की द्वारा 22 से 26 जून तक आयोजित आनलाइन प्रदर्शनी और सम्मेलन ‘वर्चुअल हेल्थकेयर एंड हाइजीन एक्सपो 2020’ के उद्घाटन के दौरान सिंधू ने कहा, ‘‘मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली बरकरार रखने के लिए खेल और अन्य शारीरिक गतिविधियां काफी महत्वपूर्ण हैं और अब तक इसका कोई टीका या उपचार नहीं है तो ऐसे में खेल इस लड़ाई को जीतने में मदद कर सकते हैं।’’

भारत में चार लाख 25 हजार से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं जबकि लगभग 13 हजार सात सौ लोगों की जान जा चुकी है। अब स्थगित हो चुके तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की प्रबल दावेदार सिंधू ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सिफारिशों का पालन करना और शारीरिक गतिविधि के लिए कुछ समय निकालना महत्वपूर्ण है।

सिंधू ने कहा, ‘‘डब्ल्यूएचओ सिफारिश करता है कि एक वयस्क को हृदय रोग, मधुमेय, उच्च रक्तचाप, कैंसर और अवसाद जैसे रोगों के खतरे से बचने के लिए हफ्ते में कम से कम 300 मिनट शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए और इस महामारी के दौरान यह अधिक प्रासंगिक है।’’ इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के कारण सिंधू सहित शीर्ष भारतीय खिलाड़ी तीन महीने से अधिक समय से अपने घरों में हैं। देश के कुछ हिस्सों में कुछ खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है जबकि हैदराबाद स्थित बैडमिंटन खिलाड़ियों को तेलंगाना सरकार के राज्य में लॉकडाउन हटाने का इंतजार है।

First Published on: June 22, 2020 3:17 PM
Exit mobile version