प्रशंसकों के बिना खेलना आदर्श स्थिति नहीं पर इसकी आदत डालनी होगी: बेल

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज इयान बेल ने कहा है कि खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलने की ‘कल्पना करना मुश्किल’ है और यह ‘आदर्श स्थिति नहीं’ है लेकिन निकट भविष्य में खिलाड़ियों को इसकी आदत डालनी होगी।

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज इयान बेल ने कहा है कि खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलने की ‘कल्पना करना मुश्किल’ है और यह ‘आदर्श स्थिति नहीं’ है लेकिन निकट भविष्य में खिलाड़ियों को इसकी आदत डालनी होगी।

इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने कोरोना वायरस महामारी के कारण एक जुलाई तक सभी क्रिकेट गतिविधियों को स्थगित कर दिया है और संचालन संस्था इन गर्मियों में खाली स्टेडियम में मैचों को शुरू करने की योजना बना रही है। बेल ने कहा कि दर्शकों के बिना खेलने की कल्पना करना मुश्किल है।

बेल ने पीए समाचार एजेंसी से कहा, ‘‘मुझे 2005 में एशेज श्रृंखला के शानदार लम्हों को देखने का मौका मिला और मैंने माहौल और समर्थ के महत्व को महसूस किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप फ्रेडी फ्लिंटाफ के एजबस्टन में शानदार स्पैल के बारे में सोचते हो- बिना प्रशंसकों और माहौल के यह कैसा होगा? इसकी कल्पना करना मुश्किल है।’’

बेल ने कहा, ‘‘प्रशंसकों के बिना खेलना आदर्श नहीं है, इसमें कोई संदेह नहीं लेकिन ऐसा लगता है कि निकट भविष्य में हमें इसकी आदत डालनी होगी। हमें खेल शुरू करने का प्रयास करना होगा और अगर सभी घर में बैठक मुकाबले देख पाते हैं तो यह शानदार शुरुआत होगी।’’

हाई फाइव, गेंदबाज के बालों को सहलाना, गले मिलना मैदान पर जश्न मनाने के हिस्से हैं और बेल ने कहा कि विजयी लम्हों पर सामाजिक दूरी बरकरार रख पाना आसान नहीं होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘भावना कई बार आप पर हावी हो जाती है और निश्चित तौर पर जब आप आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहे हो तो ऐसा होता है। इस समय खुद को काबू में रखना चुनौती होगी। मेरे लिए 2005 में ऐसा करना लगभग असंभव था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काफी भावनात्मक होता है लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होगी और ऐसी चीजों को उन्हें नियंत्रित करना होगा।’’

First Published on: May 14, 2020 9:22 AM
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