
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने दावा किया है कि अंपायर इयान गोल्ड ने 2010 में भारतीय दर्शकों की कड़ी प्रतिक्रिया के डर से उस समय सचिन तेंदुलकर को जान बूझकर आउट नहीं दिया था जब वह वनडे क्रिकेट में ऐतिहासिक दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे।
स्टेन ने कहा कि तेंदुलकर जब दोहरे शतक से दस रन दूर थे तब उन्होंने भारत के इस स्टार बल्लेबाज को पगबाधा आउट कर दिया था लेकिन मैदानी अंपायर गोल्ड ने उन्हें आउट नहीं दिया।
’90 के आसपास मैंने उसे आउट कर दिया था’
उन्होंने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ स्काई स्पोर्ट्स के पॉडकास्ट में कहा ,‘‘ तेंदुलकर ने ग्वालियर में हमारे खिलाफ वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया। मुझे याद है कि जब वह 190 के आसपास था तब मैंने उसे आउट कर दिया था। इयान गोल्ड अंपायर थे और उन्होंने उसे नॉटआउट दिया था ।’’
‘मैंने उसे आउट दे दिया तो होटल वापस नहीं जा पाता’
स्टेन ने कहा, ‘‘मैंने उनसे कहा कि आपने उसे आउट क्यों नहीं दिया ? वह साफ आउट था। और उन्होंने कहा कि अपने चारों तरफ देखो- अगर मैंने उसे आउट दे दिया तो होटल वापस नहीं जा पाऊंगा।’’
तेंदुलकर ने अंतत: नाबाद 200 रन की पारी खेलते हुए एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया। भारत ने उनकी पारी की मदद से द्विपक्षीय श्रृंखला के दूसरे मैचमें तीन विकेट पर 403 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 42.5 ओवर में 248 रन पर आउट करके 153 रन से जीत दर्ज की।
आस्ट्रेलियाई रग्बी लीग के पूर्व कप्तान आर्थर समंस का निधन
आस्ट्रेलियाई रग्बी लीग के आयुक्त पीटर व्लेंडिस ने रविवार को बताया कि आर्थर का शनिवार को अपने निवास पर निधन हो गया। उनकी 2018 में कैंसर की सर्जरी हुई थी।
आर्थर की 1963 न्यू साउथ वेल्स रग्बी लीग फाइनल के बाद सिडनी क्रिकेट ग्राउंउ में नोर्म प्रोवन के साथ तस्वीर खींची गई थी जो आस्ट्रेलिया की सबसे चर्चित तस्वीरों में से एक है। इस तस्वीर को रग्बी लीग की ट्रॉफी पर जगह मिली है और 2013 में 1963 फाइनल की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर इस ट्रॉफी को प्रोवन-समंस ट्रॉफी नाम दिया गया।
प्रोवन सेंट जॉर्ज की ओर से खेलते थे जिसने आर्थर की वेस्टर्न सबअर्ब्स को फाइनल में 8-3 से हराया था।