पहला टेस्ट 227 रन से हारने के बाद कोहली ने स्वीकार किया कि टीम स्कोरबोर्ड के दबाव में थी चूंकि इंग्लैंड ने पहली पारी में 578 रन बनाये थे । उन्होंने हालांकि कहा कि कुलदीप की जगह नदीम को उतारने का उन्हें अफसोस नहीं है।
कोहली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ पहली पारी के बाद ही टेस्ट पर उनका शिकंजा कस गया था । हम बेहतर बल्लेबाजी करना चाहते थे लेकिन एक ईकाई के रूप में हम ऐसा कर नहीं सके।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ अगर किसी भी पारी में कोई शतक बनाता तो भी हम काफी पीछे थे । खेलने का एक ही तरीका नहीं है और हम इसे भली भांति समझते हैं। आगे हम बड़ी साझेदारियों पर फोकस करेंगे।’’
कुलदीप को नहीं उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा,‘‘ अगर आप दो आफ स्पिनरों के साथ खेल रहे हैं तो कुलदीप भी उसी तरह का स्पिनर है। हमें विविधता की जरूरत थी। हमें पता था कि हम कौन सा संयोजन लेकर उतरना चाहते हैं और मुझे इसका कोई खेद नहीं है।’’
यह पूछने पर कि क्या उन्हें लगता है कि इंग्लैंड की टीम बेहतर तैयारी से आई थी, कोहली ने कहा ,‘‘ आप ऐसा कह सकते हैं लेकिन हमारी पिचों पर यह कहना कि उनकी तैयारी हमसे बेहतर थी, सही आकलन नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ 2017 में आस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट जीता था, तब भी यही कहा गया था। इतनी जल्दी नतीजा निकालना सही नहीं है। बाहर क्या कहा जा रहा है, हम उसे लेकर चिंतित नहीं हैं । हम उस पर फोकस नहीं करते । आगे के मैचों में हम टीम संयोजन पर विचार करेंगे।’’
चेन्नई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि पहली पारी में खराब प्रदर्शन से ही इंग्लैंड को मैच पर पकड़ बनाने में मदद मिल गई । उन्होंने अनुभवी कुलदीप यादव की जगह बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम को उतारने के फैसले का भी समर्थन किया।