
ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्लासनगर शहर में कोविड-19 की ड्यूटी कर रहे 12 डॉक्टरों को विश्राम गृह के प्रबंधन ने आधी रात को निकाल दिया, क्योंकि स्थानीय नगरपालिका ने छह महीने से किराया नहीं दिया है।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि उल्लासनगर महानगरपालिका ने इन डॉक्टरों को तैनात किया था और उसे ही इनके रहने का किराया देना था।
महानगरपालिका के जनसंपर्क अधिकारी युवराज बडाणे ने बताया कि नगर निकाय ने हाल में चेरिटेबल ट्रस्ट जो इस को तीन महीने के किराये का भुगतान किया है और शेष किराया भी जल्द चुका दिया जाएगा। ट्रस्ट ही विश्राम गृह का संचालन करता है।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ट्रस्ट ने ऐसे वक्त में यह कदम उठाया जब ये डॉक्टर उल्लासनगर में कोरोना वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए जरूरी सेवा मुहैया करा रहे हैं।
उल्लासनगर की महापौर लीलाबाई आशान ने कहा कि ट्रस्ट को अपना पैसा लेने के लिए नगर निकाय से बातचीत करनी चाहिए थी न कि 12 डॉक्टरों को इस तरह की मुश्किल में डालना चाहिए था।