दरभंगा में ज्वैलरी की दुकान से चौदह किलो सोना की लूट


दरभंगा में बुधवार को सबेरे साढ़े दस बजे ही गहनों की प्रसिध्द दुकान से चौदह किलोग्राम सोना और दो लाख रुपए नगद लूट लिए गए। दुकान के मालिक सुशील लाठ के अनुसार चौदह करोड़ से अधिक की लूट हुई है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इसे महा-जंगलराज करार दिया है।


अमरनाथ झा
बिहार Updated On :

पटना/दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लंबी-लंबी समीक्षा बैठकें लगातार कर रहे हैं, पर हत्या और लूट की वारदातें लगातार हो रही हैं।

दरभंगा में बुधवार को सबेरे साढ़े दस बजे ही गहनों की प्रसिध्द दुकान से चौदह किलोग्राम सोना और दो लाख रुपए नगद लूट लिए गए। दुकान के मालिक सुशील लाठ के अनुसार चौदह करोड़ से अधिक की लूट हुई है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इसे महा-जंगलराज करार दिया है।

उसी दिन पटना में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पेशेवर अपराधियों को चिन्हित कर उनसे सख्ती से निपटे। साथ ही नए उम्र के लड़कों में अपराध की बढ़ती प्रवृत्तियों को भी पूरी कड़ाई और संवेदनशीलता के साथ निपटें।

मुख्यमंत्री ने पिछले 28 नवंबर को भी इसीतरह की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी और उसमें इसीतरह के निर्देश दिए थे। नया सिर्फ यह कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी तरह की कोताही और लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आला पुलिस अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि जिन थाना क्षेत्रों में अपराध बढ़े हैं, उनकी समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करें।

उल्लेखनीय है कि बिहार पुलिस अपराधों के अनुसंधान और अपराधियों को सजा दिलाने में फिसड्डी रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार अभी लगभग पौने दो लाख मामलों का अनुसंधान लंबित है। इसमें भी केवल एक सौ थानों में ही 40 प्रतिशत मामले लंबित है जिसकी संख्या करीब 70 हजार है।

पुलिस मुख्यालय ने 30 सितंबर 2020 तक के आंकड़े तैयार किए हैं। उससे यह चौंकाने वाले आंकड़े की जानकारी मिली है। इनमें भी केवल चौदह थानों में एक हजार से ज्यादा मामले लंबित हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें अधिकतर पटना, मुजफ्परपुर, गया, जहानाबाद, अररिया और मोतिहारी जैसे शहरी क्षेत्र के थाने हैं। बिहार में कुल 1064 थाना और 255 पुलिस चौकी हैं।

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस स्थिति पर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि बिहार में महा-जंगलराज की वापसी हो गई है। इस स्थिति के लिए वर्तमान सरकार जिम्मावार है या फिर 30 साल पहले के मुख्यमंत्री। उल्लेखनीय है कि 30 साल पहले लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे जिनके राज को जंगलराज कहा जाता था।



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