रायपुर। केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ के मद्देनजर मंगलवार को राज्य के लगभग सभी बड़े शहरों में व्यापारिक संस्थान बंद रहे। छत्तीसगढ़ में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है। सत्ताधारी दल के नेता और कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर निकले तथा लोगों से समर्थन का अनुरोध किया।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कार्यकर्ताओं के साथ रायपुर जिले के दोंदे खुर्द गांव का दौरा किया तथा लोगों से किसानों का समर्थन करने की अपील की।
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल के सदस्य संकेत ठाकुर ने बताया कि राज्य के 36 संगठनों ने बंद को समर्थन दिया है। इनमें किसान, मजदूर और सामाजिक संगठन शामिल हैं। बंद के दौरान राज्य के कई स्थानों पर रैलियों का आयोजन किया जा रहा है।
ठाकुर ने बताया कि रायपुर के बूढ़ातालाब के करीब धरना स्थल पर किसानों ने सभा की है तथा जनता से अनुरोध किया है कि वे उनकी मांगों का समर्थन करें। बताया कि राज्य के मजदूर संगठनों तथा परिवहन संघों ने भी किसानों के बंद का समर्थन किया है।
राज्य में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स तथा उद्योगों ने बंद का समर्थन किया है। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को शहरों में अपराह्न बाद दो बजे तक बंद रखने का फैसला किया है।
राज्य में सार्वजनिक परिवहन और आटो रिक्शा चालकों ने भी बंद का समर्थन किया है। सार्वजनिक वाहनों के नहीं चलने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शांति बनाए रखने के लिए शहरों में कई स्थानों पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। राज्य के रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, जगदलपुर और राजनांदगांव समेत कई शहरों में बंद होने की जानकारी मिली है। हालांकि अस्पताल, एंबुलेंस और दवाखानों जैसी आपातकालीन सेवाएं बंद के दौरान बाधित नहीं होंगी।