विकास के ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ से ‘गुजरात मॉडल’ काफी पीछे छूटा : बघेल


छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कहा कि विकास के ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ से ‘गुजरात मॉडल’ काफी पीछे छूट गया है।


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छत्तीसगढ़ Updated On :

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कहा कि विकास के ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ से ‘गुजरात मॉडल’ काफी पीछे छूट गया है।

राज्य में मुख्यमंत्री बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार के इस महीने की 17 तारीख को तीन वर्ष पूरे होने वाले हैं, जिसके उपलक्ष्य में मंगलवार को राजधानी रायपुर में ‘रन फॉर सीजी प्राइड’ का आयोजन किया गया।

राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रायपुर में मंगलवार सुबह आयोजित दौड़ को लेकर लोग उत्साहित नजर आए। छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान और गर्व के लिए आयोजित इस दौड़ में हर आयु श्रेणी के 20 हजार से अधिक धावक शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सुबह सात बजे गांधी उद्यान चौक से दौड़ को हरी झंडी दिखाई।

बघेल ने इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने जो नया छत्तीसगढ़ गढ़ने का संकल्प लिया था, उसे पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। तीन साल में ही छत्तीसगढ़ ने देश-दुनिया में अपनी विशिष्ट पहचान कायम की है। छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा आज पूरे देश में है। हमने विकास के छत्तीसगढ़ मॉडल से गुजरात मॉडल को काफी पीछे छोड़ दिया है।’’

उन्होंने कहा कि ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ समता और आर्थिक समानता लाने वाला मॉडल है। समाज के गरीब, किसान, आदिवासी, महिला, युवा और सभी समुदाय के लोगों की बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है। महामारी के दौरान भी विकास का काम जारी रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ ने पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान कायम की है। छत्तीसगढ़ राज्य को बीते तीन वर्षों से देश में स्वच्छतम राज्य का पुरस्कार मिला है। इस साल छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता के क्षेत्र में 67 पुरस्कार हासिल किए हैं। राज्य की योजनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि धावकों का उत्साहवर्धन करते हुए मुख्यमंत्री भी इस दौड़ में शामिल हुए। जनसंपर्क विभाग और खेल तथा युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित पांच किलोमीटर की यह दौड़ तीन श्रेणी में हुई। प्रथम श्रेणी में 14 वर्ष से कम उम्र के बालक तथा बालिकाओं ने, दूसरी श्रेणी में 14 वर्ष से 60 वर्ष तक की उम्र के महिला और पुरूषों ने तथा तृतीय श्रेणी में 60 वर्ष से अधिक के उम्र के धावकों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने बताया कि प्रथम श्रेणी में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले धावकों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह द्वितीय श्रेणी में प्रथम स्थान से लेकर दशम स्थान तक के पुरुष और महिला धावकों को तथा तृतीय श्रेणी में प्रथम से लेकर तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले धावकों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, वरिष्ठ नेता तथा अधिकारी मौजूद थे।