नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाला मामले से जुड़ी एबीजी शिपयार्ड कंपनी के पूर्व चेयरमैन व एमडी ऋषि अग्रवाल सोमवार को दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। ऋषि अग्रवाल एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और एमडी रहे हैं।
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड देश की सबसे बड़ी निजी शिपयार्ड फर्म है, जो पिछले 16 साल में 165 से ज्यादा जहाज 45 दूसरे देशों के लिए बना चुकी है। ये कंपनी नौसेना और कोस्टगार्ड के लिए भी जहाज बना चुकी है। कंपनी के सूरत शिपयार्ड में 18,000 डेड वेट टन और दाहेज शिपयार्ड में 1,20,000 डेड वेट टन की क्षमता है।
वहीं इस मामले में ऋषि अग्रवाल पर कारोबार के नाम पर कर्ज लेकर उसका गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। CBI के मुताबिक, 28 बैंकों से 22 हजार 842 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है। CBI ने ऋषि अग्रवाल के अलावा कंपनी के एमडी संथान मुथुस्वामी और तीन डायरेक्टर अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमन नेवेतिया के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ CBI ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के केस दर्ज किए हैं।
28 बैंकों के साथ की धोखाधड़ी
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर 28 बैंकों से करीब 23 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। इसमें 7 हजार 89 करोड़ रुपये ICICI बैंक, 3 हजार 634 करोड़ IDBI, 2 हजार 925 करोड़ SBI, 1 हजार 614 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा, 1 हजार 244 करोड़ PNB और 1 हजार 228 करोड़ इंडियन ओवरसीज के बकाया हैं। यानी, इन 6 बैंकों के ही 17 हजार 734 करोड़ रुपये बकाया है। इनके अलावा 22 और बैंकों के 5 हजार 108 करोड़ रुपये बकाया है।