भारत बायोटेक, SII को फायदा पहुंचाने के लिये टीकों की कमी पैदा कर रहा केंद्र : अतिशी

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दिल्ली Updated On :

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारत बायोटेक एवं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को फायदा पहुंचाने के लिये केंद्र सरकार कोविड-19 टीकों का ‘कृत्रिम अभाव’ पैदा कर रही है, वहीं दिल्ली भाजपा ने इस आरोप को ‘बेबुनियाद’ करार दिया है।

आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता अतिशी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि सरकार का टीकाकरण अभियान स्कूलों में रूक गया है और यही स्थिति पूरे देश में है जबकि निजी अस्पतालों में टीकाकरण अलग अलग दरों पर जारी है।

भारत में अभी मुख्य रूप से देश में बने दो टीकों का उपयोग हो रहा है। इनमें से एक कोविशील्ड है और दूसरा कोवैक्सीन है, जिनका निर्माण क्रमश: सीरम इंस्टिट्यूट आफ इंडिया और भारत बायोटेक कर रही हैं। इसके अलावा छोटे स्तर पर रूसी टीके स्पूतनिक का भी इस्तेमाल हो रहा है।

आतिशी ने आरोप लगाया, ‘यह एक बड़ा रैकेट है। एक सरकारी केंद्र जहां युवाओं का टीकाकरण मुफ्त में किया जा रहा है वहां टीकों की कमी हो जाती है जबकि (निजी) अस्पतालों अधिकतम कीमतों पर टीकाकरण जारी है।’ आप प्रवक्ता ने और अधिक टीकों को आपातकालीन मंजूरी नहीं देने के लिये केंद्र पर सवाल उठाया।

उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया में कई टीकों को मंजूरी मिली है। फाइजर के टीके को 85 देशों में मंजूरी मिली है । माडर्ना एवं जानसन एंड जानसन के टीकों को कम्रश: 46 एवं 41 देशों में मंजूरी मिली है।

आप नेता ने कहा, ‘इन तीन टीकों को आपताकालीन उपयोग के लिये अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है। जब विश्व स्वास्थ्य संगठन इन टीकों की मंजूरी दे सकती है तो भारत क्यों नहीं दे सकता है।’ आरोप लगाया, ‘इससे यह स्पष्ट हो जाता है भारत बायोटेक एवं सीरम इंस्टिट्यूट आफ इंडिया को फायदा पहुंचाने के लिये केंद्र सरकार ने यह कृत्रिम अभाव पैदा किया है।’

उन्होंने कहा कि आतिशी को पता होना चाहिये कि सीरम इंस्टिट्यूट एवं भारत बायोटेक को इस कमी से कोई फायदा नहीं है, क्योंकि कमी का मतलब विदेशी निर्माताओं का प्रवेश है। कपूर ने दावा किया कि कमी पैदा करना और आम लोगों को परेशानी में डालना दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की विशेषता है।