दिल्ली में न्यूनतम तापमान में वृद्धि से लोगों को मिली मामूली राहत

नई दिल्ली। दिल्ली में ताजा पश्चिमी विक्षोभ से हिमालय के ऊपरी हिस्सों के प्रभावित होने के चलते न्यूनतम तापमान सोमवार को थोड़ी वृद्धि के साथ 5.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। पश्चिमी विक्षोभ भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिम में ऊंचाई वाले इलाकों में सर्दियों के मौसम में आने वाली ऐसी आंधी को कहते हैं, जिसके प्रभाव के चलते अचानक बारिश होने लगती है।

मौसम के अनुमान से संबंधित एक निजी एजेंसी ‘स्काईमेट वैदर’ में विशेषज्ञ महेश पलावत ने कहा, पश्चिमी विक्षोभ तेजी से आगे बढ़ रहा है और यह मंगलवार को खत्म हो जाएगा। इसके बाद तापमान में फिर से गिरावट हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश होने का अनुमान है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि सफदरजंग वेधशाला में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले यानी रविवार को दिल्ली में इस सीजन में सबसे कम 3.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था।

मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में 23 से 26 दिसंबर के बीच शीतलहर चल सकती है। मौसम विभाग मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम अथवा लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहने पर शीतलहर की घोषणा करता है।

अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली जैसे छोटे इलाकों में अगर एक दिन भी तापमान तय मानदंडों के अनुसार रहता है तो शीतलहर की घोषणा की जा सकती है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। शहर का एक्यूआई सुबह दस बजे 323 था।

First Published on: December 21, 2020 12:58 PM
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