नई दिल्ली। जानी-मानी सामाजिक संस्था विजय फाउंडेशन ने शनिवार ( 26 जुलाई, 2025) को एक कार्यक्रम में उन व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले आठ वर्षों में दृष्टिबाधित समुदाय के लिए असाधारण योगदान दिया है। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के लोधी रोड स्थित आंध्रा एसोसिएशन के गोदावरी ऑडिटोरियम में किया गया था।
गौरतलब है कि विजय फाउंडेशन समाज के सामाजिक और आर्थिक रूप से हाशिए पर पड़े वर्गों, विशेष रूप से दृष्टिबाधितों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित एक प्रमुख गैर सरकारी संगठन है। विजय फाउंडेशन की संस्थापक ट्रस्टी ममता शुक्ला और उनकी समर्पित टीम ने इस नेक कार्य के लिए वास्तव में अपना जीवन समर्पित करने वालों के अथक प्रयासों को स्वीकार करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की शोभा माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा ने बढ़ाई, साथ ही सीबीडीटी के अध्यक्ष रवि अग्रवाल और वरिष्ठ पत्रकार तथा लेखक डॉ. अथेर फारूकी भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
पुरस्कार प्रतिष्ठित प्राप्तकर्ताओं को प्रदान किए गए, जिनमें शामिल हैं:
पद्मश्री जवाहर लाल कौल, महासचिव, अखिल भारतीय नेत्रहीन परिसंघ
द ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन दिल्ली
नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड
दीपेंद्र मिनोचा, सक्षम (एनजीओ) के संस्थापक ट्रस्टी
श्याम किशोर, जिन्हें दृष्टिबाधितों के लिए कौशल प्रशिक्षण में उनके अथक कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
समारोह में मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिसकी शुरुआत द ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन दिल्ली के छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना के भावपूर्ण गायन से हुई। अल्वीना कुरेशी ने अपने मधुर नात गायन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अमिताभ शुक्ला (आयकर के पूर्व प्रधान आयुक्त और वर्तमान में आईटीएटी, चेन्नई के लेखाकार सदस्य) के नेतृत्व में दिल्ली और मुंबई के कलाकारों के साथ एक मनमोहक कव्वाली सत्र ने दर्शकों से उत्साहजनक तालियाँ बटोरीं।
शाम का मुख्य आकर्षण पद्मश्री अनूप जलोटा का एक मनमोहक प्रदर्शन था, जो प्रसिद्ध गजल और भजन सम्राट हैं, जिन्होंने उत्साही दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों सहित बड़ी संख्या में दृष्टिबाधित छात्रों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का समापन द ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन, दिल्ली के दृष्टिबाधित छात्रों द्वारा राष्ट्रगान के एक मार्मिक गायन के साथ हुआ। सभी दृष्टिबाधित उपस्थित लोगों के लिए हाई टी और रात्रिभोज की व्यवस्था की गई थी।
विजय फाउंडेशन दृष्टिबाधितों के समर्थन और उत्थान के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता जारी रखता है, जिससे एक अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज को बढ़ावा मिलता है।