दिल्ली में जहरीली हवाओं का पहरा! आज भी खतरनाक स्तर पर प्रदूषण


सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि पराली तत्काल बंद किया जाए, यह कहते हुए कि वह प्रदूषण के कारण ‘लोगों को मरने’ नहीं दे सकते।


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दिल्ली Updated On :

नई दिल्ली। रष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार सुबह फिर से ‘गंभीर’ हो गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार बुधवार को आनंद विहार में AQI 452, आरके पुरम में 433, पंजाबी बाग में 460 और आईटीओ में 413 दर्ज किया गया है। आज प्रदूषण की स्थिति कल के मुकाबले ज्यादा खराब है। वहीं मुंबई में ही प्रदूषण के कारण हाल बुरा है। BKC में AQI 200, चेंबूर 150, अंधेरी 112, विले पार्ले 175, मलाड 170, बोरीवली 103, मुलुंड 126, वर्ली 140, कोलाबा में 157 दर्ज किया गया है।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि पराली तत्काल बंद किया जाए, यह कहते हुए कि वह प्रदूषण के कारण ‘लोगों को मरने’ नहीं दे सकते। शीर्ष अदालत, जो दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण को कमजोर करने से संबंधित एक मामले की सुनवाई कर रही थी, ने दिल्ली सरकार की खिंचाई करते हुए पूछा कि क्या ऑड-ईवन योजना पहले लागू होने पर सफल हुई थी।

वहीं NCR में इंदिरापुरम, गाजियाबाद में AQI 318, नोएडा सेक्टर-125 में 336, गुरुग्राम सेक्टर-51 में 366, न्यू इंडस्ट्रियल टाउन, फरीदाबाद में 378 दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि जैसे ही गुरुग्राम और फरीदाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब हुई, हरियाणा परिवहन आयुक्त ने BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल श्रेणी के वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार को जनहित के प्रति उनकी लगातार अवज्ञा और ढिलाई के लिए निलंबित करने की सिफारिश की। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अश्विनी कुमार ने सुप्रीम कोर्ट और मंत्रिपरिषद के फैसले का उल्लंघन करते हुए स्वत: संज्ञान लेते हुए स्मॉग टावरों के कामकाज को रोकने का आदेश दिया।