नई दिल्ली। क्या दिल्ली के अगले सीएम परवेश वर्मा हो सकते हैं। इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। ऐसा इसलिए क्योंकि परवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को मात दी है। हालांकि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व पहले भी ऐसे नामों को सीएम बनाने के लिए जाना जाता है, जिसका नाम बिल्कुल भी चर्चा में नहीं है।
आम आदमी पार्टी की नेता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे आए कई दिन हो गए, लेकिन BJP अभी तक दिल्ली की जनता को मुख्यमंत्री नहीं दे पाई है. मुख्यमंत्री के पद को लेकर BJP के अंदर चल रही आपसी खींचतान का खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
आम आदमी पार्टी की सरकार को सत्ता गवाए 9 दिन का वक्त बीत चुका है लेकिन अबतक दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने वाली बीजेपी राजधानी में सरकार का गठन नहीं कर पाई है। बीजेपी के सभी विधायक अपने सीएम का नाम जानना चाहते हैं। बहुत से सीनियर विधायक सीएम बनने के लिए शीर्ष नेताओं के घर के चक्कर लगा रहे हैं। इसी बीच बीजेपी आला कमान ने खेल कर दिया। आज होने वाली विधायक दल की बैठक को 19 फरवरी तक के लिए टाल दिया गया है।
अबतक बीजेपी के विधायक दल की बैठक भी नहीं हो पाई है। ऐसे में हर कोई यह जानना चाहता है कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा। कोई अरविंद केजरीवाल को हराने वाले परवेश वर्मा को इसका प्रबल दावेदार मान रहा है तो कोई बीजेपी नेता सतीश उपाध्याय को। दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा, इसका फाइनल डिसीजन पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित बीजेपे के शीर्ष नेतृत्व को लेना है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी ने 48 और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 22 सीटें जीती। बीजेपी दिल्ली में सीएम योगी आदित्यनाथ या फिर हिमंत बिस्वा सरमा जैसा धाकड़ नेता चुनना चाहती है। परवेश वर्मा इस श्रेणी में फिट बैठते हैं। सतीश उपाध्याय भी सीएम पद के लिए मजबूत दावेदार हैं। उन्होंने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष के रूप में काम किया है और दिल्ली युवा विंग के अध्यक्ष भी थे। दिल्ली में पिछले 10 साल से आम आदमी पार्टी की सरकार है। इससे पहले 15 साल तक शीला दीक्षित ने दिल्ली पर राज किया। अब बीजेपी दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है।