अहमदाबाद। पूर्वी गुजरात के आदिवासी जिले डांग को सौ प्रतिशत ‘ऑर्गेनिक’ खेती वाले जिले का दर्जा दिया जाएगा। राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि खेती के समूचे इलाके में किसानों को रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए और राज्य सरकार इसके लिए कदम उठा रही है।
पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार हर किसान को अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए प्रति हेक्टेयर 10 हजार रुपये दे रही है, जिससे कि वे ऑर्गेनिक खेती अपना सकें।
मंत्री ने कहा, “पश्चिमी भारत में पहली बार, गुजरात के डांग जिले को सौ प्रतिशत ऑर्गेनिक खेती वाला जिला घोषित किया जाएगा। राज्यपाल द्वारा 19 नवंबर को एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की जाएगी। जिले के किसान खेती के ऐसे तरीके अपना रहे हैं, जो उर्वरकों और कीटनाशकों से मुक्त हों।”
उन्होंने कहा कि राज्य में रासायनिक उर्वरकों की 38 से 40 लाख टन खपत होती है जिसके लिए सरकार 4,200 से 4,300 करोड़ रुपये की सब्सिडी देती है। डांग के जिलाधिकारी बी के पंड्या ने कहा कि जिले में 58,000 हेक्टेयर कृषि भूमि में से कम से कम 70 से 80 प्रतिशत जमीन पर खेती के पारंपरिक तरीके अपनाए जाते हैं, जिनके लिए रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों की जरूरत नहीं पड़ती।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन योजना के क्रियान्वयन की प्रक्रिया में है और लगभग 12,000 किसानों को सब्सिडी दी गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को गोबर और गोमूत्र का इस्तेमाल करने का प्रोत्साहन दिया जा रहा है और पशुओं की देखभाल के लिए उन्हें 900 रुपये दिए जा रहे हैं।