
श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने शनिवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के अध्यक्ष पद के चुनाव को कानूनी चुनौती देगा। पार्टी ने स्थानीय प्रशासन पर ‘लोकतंत्र की हत्या’ करने का आरोप लगाया।
नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि परिषद के कुल 14 सदस्यों में से आठ सदस्य उनकी पार्टी के हैं और इसके बावजूद निर्दलीय उम्मीदवार को डीडीसी का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को गुपकर घोषणा पत्र गठबंधन के घटक दल जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के सदस्य का भी समर्थन हासिल था।
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘मैंने बडगाम जिले के अपने आठ डीडीसी सदस्यों से मुलाकात की है। हमें जावेद मुस्तफा मीर की पार्टी के एक सदस्य का समर्थन हासिल था। लिहाजा हमारे पास कुल नौ सदस्यों का समर्थन था, इसके बावजूद निर्दलीय सदस्य को अध्यक्ष बना दिया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है।’
Talk about murdering democracy in J&K. I met 8 of our DDC members of Budgam district. There is at least 1 more alliance member of Javaid Mustafa Mir’s party so 9 out of a total strength of 14 & yet in an “election” an independent member was made the chairman. pic.twitter.com/u6dwBP902C
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 13, 2021
नेकां उपाध्यक्ष ने एक और ट्वीट किया, अगले सप्ताह की शुरूआत में हम अदालत में इस अलोकतांत्रिक कृत्य को चुनौती देंगे। नेशनल कांफ्रेस पहले ही इस मामले को राज्य के निर्वाचन आयुक्त के के शर्मा के समक्ष उठा चुका है।
इस सप्ताह की शुरुआत में निर्दलीय डीडीसी सदस्य नजीर अहमद खान को परिषद का अध्यक्ष जबकि नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार नाजिर अहमद जहारा को उपाध्यक्ष चुना गया था।