सहारनपुर: जैश-ए-मोहम्मद का पोस्टर लगाने के आरोप में डॉक्टर गिरफ्तार, श्रीनगर पुलिस ने की कार्रवाई

सहारनपुर में कार्यरत एक डॉक्टर को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग निवासी डॉ। आदिल अहमद राठर के रूप में हुई है। श्रीनगर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर आरोपी की पहचान कर गुरुवार (9 नवंबर) को उसे गिरफ्तार किया।

जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले श्रीनगर के कई इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में लिखे पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों के सामने आने के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया था। श्रीनगर पुलिस ने 28 अक्टूबर को इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। जांच के दौरान फुटेज में एक व्यक्ति की पहचान डॉक्टर आदिल के रूप में हुई, जिसके बाद उसकी लोकेशन सहारनपुर में ट्रेस की गई।

श्रीनगर पुलिस की टीम गुरुवार को सहारनपुर पहुंची और यहां के एसएसपी आशीष तिवारी से मुलाकात कर गिरफ्तारी की अनुमति ली। इसके बाद स्थानीय पुलिस और एसओजी टीम की मदद से अंबाला रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल से डॉक्टर आदिल अहमद को हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी डॉक्टर पिछले कुछ समय से उसी अस्पताल में मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहा था।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि आदिल ने हाल ही में 4 अक्टूबर को सहारनपुर की एक महिला डॉक्टर से निकाह किया था। सहारनपुर पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ स्थानीय स्तर पर किसी भी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। अदालत ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर श्रीनगर पुलिस के हवाले कर दिया है।

अस्पताल प्रशासन ने घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें डॉक्टर के किसी भी आपराधिक गतिविधि की जानकारी नहीं थी। अस्पताल के एडमिन इंचार्ज डॉ। असलम जैदी ने बताया कि डॉ। आदिल पिछले छह महीनों से हमारे यहां काम कर रहे थे। उनकी पूरी वेरिफिकेशन के बाद ही उन्हें मेडिसिन विशेषज्ञ के पद पर नियुक्त किया गया था। हमें सुबह ही मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली।

वहीं एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने एक वांछित आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सहारनपुर आई थी। थाना सदर बाजार पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार किया और अदालत के आदेशानुसार उसे रिमांड पर श्रीनगर भेज दिया गया। यह मामला एक बार फिर आतंकी संगठनों की गुप्त गतिविधियों को लेकर देश की सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता की अहमियत को दर्शाता है।

First Published on: November 8, 2025 9:44 AM
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